ट्रंप और पुतिन के बीच जल्द ही मुलाकात होने की संभावना है। तारीख की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अगले हफ्ते मुलाकात हो सकती है। पुतिन का मुलाकात के लिए तैयार होना चर्चा का विषय बना हुआ था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुतिन यूं ही मुलाकात के लिए तैयार नहीं हुए हैं। ट्रंप ने रूस के लिए कई वादे किए हैं, जो रूस के लिए फायदेमंद हैं।
यूक्रेन को लेकर दोनों नेताओं के बीच तनाव बना हुआ है। ट्रंप ने पुतिन को अल्टीमेटम दिया था, जिसकी समय सीमा समाप्त हो गई है। ट्रंप ने अपने विशेष दूत विटकॉफ को पुतिन के पास भेजा और ऐसे वादे किए जो रूस के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। पुतिन के रवैये से ट्रंप भी खुश नहीं हैं, लेकिन वे ऐसे वादे करने को तैयार हैं जो पुतिन के लिए राहत देने वाले हैं।
विटकॉफ पुतिन के पास कई प्रस्ताव लेकर गए, जिससे यूक्रेन और रूस के बीच समझौते की संभावना है। इसमें नाटो का विस्तार रोकने का आश्वासन भी शामिल था।
ट्रंप ने पुतिन को भरोसा दिलाया है कि यूक्रेन में युद्धविराम होगा। रूस का यूक्रेन पर कब्जा बरकरार रहेगा, लेकिन इसे कानूनी मान्यता नहीं मिलेगी। रूसी गैस और तेल के आयात को मंजूरी दी जाएगी। नाटो का विस्तार नहीं होगा, इसकी गारंटी अमेरिका देगा।
पुतिन भी इस मुलाकात के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने ट्रंप के विशेष दूत को सकारात्मक संदेश दिया है। पुतिन ने कहा है कि वह ट्रंप से मिलने को तैयार हैं और यूक्रेन पर हमले रोकने के संकेत दिए हैं। पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा कि विटकॉफ के साथ अच्छी बातचीत हुई है। पुतिन ने कहा है कि उनकी ट्रंप से यूएई में मुलाकात हो सकती है।