आयरलैंड में भारतीयों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं, जो चिंता का विषय हैं। हाल ही में एक 6 साल की बच्ची के साथ मारपीट हुई और लोगों को देश छोड़ने की धमकी दी गई। इन घटनाओं ने आयरलैंड में भारतीयों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आयरलैंड में भारतीयों पर हमलों के पीछे कई कारण हैं। पिछले कुछ वर्षों में, आयरलैंड में भारतीयों की संख्या तेजी से बढ़ी है, खासकर हेल्थकेयर, आईटी और शिक्षा के क्षेत्रों में। इससे स्थानीय लोगों में असंतोष पैदा हुआ है, और कुछ लोग भारतीयों को अपनी नौकरियां छीनने वाला मानते हैं। सोशल मीडिया और स्थानीय राजनीति में भी प्रवासियों को नकारात्मक रूप से पेश किया जाता है, जिससे हिंसा को बढ़ावा मिलता है।
भारत सरकार और दूतावास ने आयरलैंड में रह रहे भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी की है और उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी है। आयरिश प्रशासन से इन मामलों की जांच और कार्रवाई की मांग की जा रही है। ब्रेक्जिट के बाद, आयरलैंड यूरोपीय संघ में एकमात्र अंग्रेजी बोलने वाला देश बन गया, जिससे इसने प्रवासियों को आकर्षित किया। बेहतर वर्क-लाइफ बैलेंस, रोजगार के अवसर और अंग्रेजी भाषा के कारण आयरलैंड भारतीयों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है। इन बढ़ती घटनाओं के कारण आयरलैंड में भारतीयों में डर का माहौल है।