शनिवार को वेस्ट वर्जीनिया में एक धार्मिक स्थल की तीर्थ यात्रा पर गए न्यूयॉर्क के एक भारतीय मूल के परिवार के चार बुजुर्ग सदस्यों के शव बरामद किए गए। मार्शल काउंटी के शेरिफ माइक डोहर्टी ने रविवार को इस घटना की पुष्टि की।
मृतकों की पहचान किशोर दीवान (89), आशा दीवान (85), शैलेश दीवान (86) और गीता दीवान (84) के रूप में हुई है। ये सभी बफ़ेलो से मार्शल काउंटी में ‘प्रभुपाद के स्वर्ण महल’ जा रहे थे और 2009 मॉडल की हरी टोयोटा कैमरी (न्यूयॉर्क प्लेट EKW2611) में यात्रा कर रहे थे।
शेरिफ विभाग के अनुसार, चारों व्यक्तियों की मौत एक वाहन दुर्घटना में हुई। शव और कार शनिवार रात करीब 9:30 बजे बिग व्हीलिंग क्रीक रोड पर एक खड़ी ढलान के नीचे पाए गए।
शेरिफ डोहर्टी ने बताया कि बचाव दल करीब पांच घंटे तक घटनास्थल पर मौजूद रहे। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि जांच पूरी होने के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
बताया गया है कि इन बुजुर्गों को आखिरी बार 29 जुलाई को पेंसिल्वेनिया के एक बर्गर किंग रेस्तरां में देखा गया था। शेरिफ ने सूचित किया था कि परिवार पिट्सबर्ग के रास्ते माउंट्सविले, वेस्ट वर्जीनिया जा रहा था।
मार्शल और ओहायो काउंटी की पुलिस टीमों ने आसपास के क्षेत्रों की तलाशी ली। वाहन के बारे में जानकारी नेशनल क्राइम इंफॉर्मेशन सेंटर में भी दर्ज की गई थी, और बफ़ेलो में एक गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी।
विलियम्सविले, न्यूयॉर्क स्थित एक स्वैच्छिक संगठन ‘काउंसिल ऑफ हेरिटेज एंड आर्ट्स ऑफ इंडिया (CHAI)’ ने लापता लोगों की खोज में सहयोग किया। संगठन के अध्यक्ष सिबू नायर ने कहा, ‘दो जोड़े यात्रा पर गए थे और अभी तक उनका पता नहीं चला है। हम बहुत चिंतित हैं। अगर किसी के पास कोई जानकारी है, तो कृपया साझा करें। हम प्रार्थना करते हैं कि वे सुरक्षित मिल जाएं।’