शुक्रवार को म्यांमार में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी जानकारी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) ने दी। NCS के अनुसार, भूकंप 101 किलोमीटर की गहराई पर आया। NCS ने X पर भूकंप के बारे में विवरण साझा किया। इससे पहले, 7 जुलाई को 4.6 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसकी जानकारी भी NCS ने साझा की। 3 जुलाई को 4.1 तीव्रता का एक और भूकंप आया, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। उथले भूकंप अधिक खतरनाक माने जाते हैं। मार्च में आए भूकंपों के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने विस्थापित लोगों में तपेदिक और एचआईवी जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में चेतावनी दी थी। म्यांमार भूकंप और सुनामी के खतरों का सामना करता है। सागिंग फॉल्ट यांगून सहित कई प्रमुख शहरों में भूकंपीय खतरों को बढ़ाता है।
Trending
- इंडिगो के कारण हवाई यात्रा में भारी व्यवधान, मंत्री ने जताई चिंता
- आसिम मुनीर अब पाक के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ
- जमुआ स्वास्थ्य केंद्र में अव्यवस्था: लैब टेक्नीशियन की छुट्टी पर सवाल
- रूस-भारत दोस्ती: पुतिन की यात्रा से मजबूत हुए रक्षा और कूटनीतिक संबंध
- मोदी-पुतिन की टोयोटा फॉर्च्यूनर ड्राइव: भारत की स्वतंत्र विदेश नीति का प्रदर्शन
- 12 लाख वोटर्स के नाम हटे: क्या लोकतंत्र पर है खतरा?
- बीजापुर मुठभेड़: 18 माओवादियों का सफाया, हथियार ज़ब्त
- मतदाता सूची से 12 लाख नाम हटना: विजय नायक ने उठाए सवाल
