इजराइल-ईरान संघर्ष एक महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर रहा है, और उम्मीद है कि अमेरिका जल्द ही अपनी रणनीति परिभाषित करेगा। इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के फ़ोर्डो परमाणु स्थल पर हमला करने की प्रतिबद्धता जताई है, भले ही उन्हें अमेरिकी समर्थन न मिले। इससे इस सुविधा का रणनीतिक महत्व स्पष्ट होता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि नेतन्याहू GBU-57/B पर निर्भर हैं, जो अमेरिका में बना एक बंकर-बस्टर बम है, ताकि गहराई में दबे ईरानी परमाणु स्थल को निष्क्रिय किया जा सके। यह शक्तिशाली, गैर-परमाणु हथियार कथित तौर पर 200 फीट तक भूमिगत प्रवेश कर सकता है। बम का डिज़ाइन इस गहरी पैठ को सुगम बनाता है, जिसमें इसकी उच्च अनुभागीय घनत्व और विशेष आकार का अगला भाग शामिल है। ईरान का फ़ोर्डो संयंत्र, जिसमें इसके सबसे उन्नत परमाणु संवर्धन संचालन हैं, एक पहाड़ के नीचे स्थित है, जो 260-300 फीट चट्टान और कंक्रीट से ढका हुआ है। GBU-57/B एकमात्र पारंपरिक हथियार है जो संभावित रूप से इस सुविधा को नष्ट करने में सक्षम है, जो इसके रणनीतिक महत्व पर जोर देता है। इस बम को केवल अमेरिकी वायु सेना द्वारा B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर का उपयोग करके तैनात किया जा सकता है, जो ईरान के हवाई रक्षा प्रणालियों से बच सकता है। GBU-57/B GPS-निर्देशित है और इसमें एक शक्तिशाली वारहेड है जो महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को बाधित करने में सक्षम है।
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