गाजा को सहायता देने के लिए जा रहे एक जहाज को रोकने के बाद इजराइल की हिरासत में पांच फ्रांसीसी कार्यकर्ता हैं। जहाज, जिसका नाम मैडलिन था, जब वह अंतरराष्ट्रीय जल में था तो उसे रोका गया और अश्दोद बंदरगाह पर ले जाया गया। विदेश मंत्री जीन-नोएल बारोट ने गिरफ्तारियों की घोषणा की, जिनमें से एक कार्यकर्ता स्वेच्छा से जाने के लिए सहमत हो गया। अन्य को निर्वासित किया जाएगा। इस मिशन का आयोजन फ़्रीडम फ़्लोटिला गठबंधन (FFC) द्वारा किया गया था, जो इजरायली सेना पर जहाज पर ‘हमला’ करने का आरोप लगाता है। हिरासत में लिए गए लोगों में स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग भी शामिल थीं, साथ ही अन्य अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवक भी थे। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि जहाज को एक सफेद पदार्थ से निशाना बनाया गया था और संचार में बाधा डाली गई थी, क्योंकि इसमें शिशु फार्मूला, भोजन और चिकित्सा आपूर्ति थी।
Trending
- चक्रवात Montha का कहर: आंध्र में रेड अलर्ट, ओडिशा तैयार
- अमेरिका-पाकिस्तान रिश्ते भारत के हित में: मार्को रुबियो का बड़ा बयान
- स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप: चाईबासा सिविल सर्जन सहित अधिकारी निलंबित
- NDA का तेजस्वी पर वार: ‘जुमलेबाजी’ के आरोप, वादों पर उठाए सवाल
- US-Pakistan संबंध: नई दिशा, पर भारत की सुरक्षा सर्वोपरि!
- ₹5 फीस वाले डॉ. सुरेंद्र सिंह को पलामू ने खोया, गरीबों के मसीहा का निधन
- हुंडई वेन्यू का नया अवतार: जानें कीमत, फीचर्स और लॉन्च डेट
- कांकेर में नक्सलवाद पर बड़ी चोट: 21 माओवादियों ने हथियार संग किया आत्मसमर्पण
