यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस के साथ संवाद में ‘बल की भाषा’ का उपयोग करने का आह्वान किया, जोर देते हुए कि रूस इसे ही समझता है। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर इसी रणनीति का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। ज़ेलेंस्की ने जून में होने वाले शिखर सम्मेलनों पर ध्यान केंद्रित किया है, जिसमें कनाडा में G7 शिखर सम्मेलन और नीदरलैंड में NATO शिखर सम्मेलन शामिल हैं, और उन्होंने सुनिश्चित किया कि वे सफल हों। उन्होंने कहा कि आने वाले हफ्तों में यूक्रेन में कई महत्वपूर्ण बैठकें और वार्ताएँ होंगी। G7 शिखर सम्मेलन 15-17 जून, 2025 को कनाडा में आयोजित किया जाएगा। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध बंदियों की अदला-बदली, जो शनिवार को निर्धारित थी, दोनों पक्षों के बीच असहमति के कारण स्थगित कर दी गई। ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन अपने युद्धबंदियों की रिहाई और गिरे हुए सैनिकों की वापसी के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है, और उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि रूस ने विनिमय के लिए पूरी सूची प्रदान नहीं की है। उन्होंने रूस की स्थिति को एक राजनीतिक खेल में बदलने की कोशिश करने की भी निंदा की, और यूक्रेन ने विनिमय प्रक्रिया को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
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