इन्वर्टर अब घरों में एक ज़रूरी हिस्सा बन गए हैं, खासकर बिजली कटौती के दौरान। बैटरी की देखभाल का महत्व अक्सर अनदेखा किया जाता है। अपनी इन्वर्टर की बैटरी में डिस्टिल्ड वॉटर डालने का सरल कार्य ज़रूरी है, लेकिन कई लोग इसे अक्सर भूल जाते हैं। यह लेख बताता है कि यह छोटा सा काम आपकी इन्वर्टर की उम्र और प्रदर्शन के लिए क्यों ज़रूरी है।
इन्वर्टर बैटरियां लेड-एसिड सेल्स के ज़रिए काम करती हैं, जिसमें लिक्विड एसिड और डिस्टिल्ड वॉटर से बना इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन इस्तेमाल होता है। चार्जिंग और डिस्चार्जिंग के दौरान, पानी धीरे-धीरे वाष्पित हो जाता है। पानी का स्तर कम होने से बैटरी की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
इष्टतम बैटरी कार्य के लिए डिस्टिल्ड वॉटर के साथ सही इलेक्ट्रोलाइट स्तर बनाए रखना ज़रूरी है। यह बैटरी की लाइफ को बढ़ाता है, ज़्यादा गरम होने से बचाता है और बैटरी को सालों तक चालू रखता है। ज़्यादा गरम होने से गंभीर नुकसान हो सकता है, यहां तक कि बैटरी भी खराब हो सकती है। इसके अलावा, सही पानी का स्तर प्रभावी चार्जिंग और विश्वसनीय बैकअप पावर में योगदान देता है।
नल के पानी का इस्तेमाल सख्त वर्जित है। नल के पानी में मौजूद दूषित पदार्थ आंतरिक घटकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे प्रदर्शन घट जाता है और लाइफ कम हो जाती है। नियमित जांच और डिस्टिल्ड वॉटर का जोड़ आपके इन्वर्टर की उम्र के लिए ज़रूरी है।