ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने एशेज श्रृंखला में मार्नस लाबुशेन के बल्ले से अपेक्षित रन न बना पाने की वजह बताई है। मैकडॉनल्ड का मानना है कि लाबुशेन की समस्या तकनीकी नहीं, बल्कि मानसिक है। उन्होंने कहा कि जब लाबुशेन रन बनाने का आक्रामक इरादा खो देते हैं, तो वह रक्षात्मक हो जाते हैं, जिससे गेंदबाजों को उन पर हावी होने का मौका मिल जाता है।
**रक्षात्मक रवैया बनता है बाधा:**
‘एसईएन’ पर बात करते हुए, मैकडॉनल्ड ने स्पष्ट किया, “जब वह गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं, तो वह सबसे अच्छे होते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “यह तब होता है जब वह रन बनाने का इरादा खो देते हैं, तब वह गलत स्थिति में आ जाते हैं।” कोच के अनुसार, लाबुशेन को अपनी पारी को गति देने और गेंदबाजों को लगातार परेशान करने की अपनी स्वाभाविक शैली पर लौटना होगा। जब वह रक्षात्मक हो जाते हैं, तो गेंदबाज अपनी लय हासिल कर लेते हैं और दबाव बना पाते हैं।
**घरेलू क्रिकेट में शानदार फॉर्म:**
मैकडॉनल्ड ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि एशेज से पहले लाबुशेन ने घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हार के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने शेफील्ड शील्ड में दो शतक और लिस्ट ए क्रिकेट में तीन शतक जमाकर वापसी की थी। यह फॉर्म ही उन्हें वापस टेस्ट टीम में लाया था। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर उसी फॉर्म को दोहराना उनके लिए मुश्किल साबित हो रहा है।
**टीम को भरोसा, पर चाहिए आक्रामक रवैया:**
हालिया आंकड़ों की गिरावट के बावजूद, ऑस्ट्रेलियाई टीम का लाबुशेन की क्षमता पर अटूट विश्वास है। मैकडॉनल्ड ने स्वीकार किया कि एशेज में बल्लेबाजी की परिस्थितियां कठिन रही हैं और विरोधी टीम का गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत है। उन्होंने जोर दिया कि लाबुशेन को क्रीज पर अधिक सक्रिय और आक्रामक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। “वह इस पर काम कर रहे हैं। इन पिचों पर बल्लेबाजी आसान नहीं है। लेकिन यह मानसिकता के बारे में है, रन बनाने के इरादे से उतरना,” मैकडॉनल्ड ने कहा। उन्होंने याद दिलाया, “वह अभी भी टेस्ट क्रिकेट में 40 से अधिक का औसत रखते हैं, यह उनकी गुणवत्ता को दर्शाता है।”
**अंतिम टेस्ट में वापसी की उम्मीद:**
ऑस्ट्रेलिया पहले ही एशेज श्रृंखला को 3-1 से अपने नाम कर चुका है। ऐसे में, लाबुशेन अंतिम टेस्ट में व्यक्तिगत प्रदर्शन के दम पर श्रृंखला का अंत जीत के साथ करना चाहेंगे। एक बड़ी और दमदार पारी न केवल आलोचनाओं को शांत करेगी, बल्कि भविष्य की टेस्ट प्रतियोगिताओं के लिए मध्य क्रम में उनकी जगह को और मजबूत करेगी।
