दुबई में अंडर-19 एशिया कप 2025 के सेमी-फाइनल मुकाबलों पर बारिश का साया मंडरा रहा है। भारत-श्रीलंका और पाकिस्तान-बांग्लादेश के बीच खेले जाने वाले अहम मैच भारी वर्षा के कारण बाधित हुए हैं, जिससे मैच का भविष्य अधर में लटक गया है। ऐसे में, यह जानना महत्वपूर्ण हो जाता है कि अगर बारिश के चलते ये मैच रद्द हो जाते हैं, तो भारतीय टीम कैसे फाइनल में जगह बना सकती है और पाकिस्तान को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता कैसे दिखाया जा सकता है।
वर्तमान स्थिति को देखते हुए, दोनों सेमी-फाइनल मैचों में देरी हो रही है। मैदानों में जलभराव की समस्या के कारण, यदि मैच हो भी पाते हैं तो उनके छोटे फॉर्मेट में खेले जाने की संभावना है। लेकिन अगर बारिश पूरी तरह से मैच को असंभव बना देती है और वे धुल जाते हैं, तो इसके परिणाम काफी दिलचस्प होंगे, खासकर पाकिस्तान के लिए।
यहां एक महत्वपूर्ण नियम काम करता है। यदि भारत और श्रीलंका के बीच पहला सेमीफाइनल मैच बारिश के कारण बिना किसी नतीजे के समाप्त होता है, तो भारतीय टीम को फाइनल में पहुंचा हुआ घोषित कर दिया जाएगा। यह इसलिए संभव है क्योंकि भारत ने अपने ग्रुप चरण में पहला स्थान हासिल किया था, जबकि श्रीलंका ने दूसरा स्थान प्राप्त किया था।
इसी तर्ज पर, अगर पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच दूसरा सेमीफाइनल भी बारिश के कारण रद्द हो जाता है, तो बांग्लादेश की टीम फाइनल में पहुंच जाएगी। इसका कारण यह है कि बांग्लादेश अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहा था, जबकि पाकिस्तान अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहा, जहां भारत पहले स्थान पर काबिज था।
पाकिस्तान को अब उम्मीद करनी होगी कि बारिश जल्द थम जाए, अन्यथा उनका यू19 एशिया कप का सफर यहीं समाप्त हो सकता है। इसी तरह, श्रीलंका को भी बारिश के परिणाम का इंतजार करना होगा। जहां भारत के लिए यह एक सुखद स्थिति हो सकती है, वहीं पाकिस्तान के लिए यह एक बड़ा झटका साबित होगा।
भारतीय युवा टीम ने इस टूर्नामेंट में अब तक अपना दबदबा कायम रखा है। ग्रुप स्टेज में, भारत ने अपने सभी मैच जीते थे, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ जीत भी शामिल थी, और वे अजेय रहते हुए सेमी-फाइनल में पहुंचे थे। अगर श्री लंका के खिलाफ मैच खेला जाता है, तो भारत इस अजेय रथ को जारी रखने का प्रयास करेगा। लेकिन अगर वे ‘वॉशआउट’ नियम के तहत फाइनल में पहुंचते हैं, तो उनका लक्ष्य फाइनल में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर खिताब जीतना होगा।
