रांची में हुए रोमांचक पहले वनडे के बाद, भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रायपुर में होने वाले दूसरे मुकाबले पर क्रिकेट जगत की निगाहें टिकी हैं। इस बड़े मैच से पहले, दर्शकों और टीमों के मन में मौसम, पिच की स्थिति, ओस की भूमिका और खेल के पूर्ण 50 ओवरों तक चलने की संभावनाओं को लेकर कई सवाल हैं। विशेष रूप से, इस क्षेत्र में बारिश के इतिहास को देखते हुए, रायपुर के मौसम पर सबकी नजरें हैं।
**मौसम का पूर्वानुमान: बारिश की चिंता नहीं, सुहाना रहेगा मौसम:**
अच्छी खबर यह है कि रायपुर में मैच के दिन मौसम साफ रहने की उम्मीद है। दर्शकों को बिना किसी रुकावट के शानदार क्रिकेट देखने को मिलेगा।
* अनुमान है कि पूरे मैच के दौरान बारिश बिल्कुल नहीं होगी।
* आसमान साफ रहेगा, बीच-बीच में हल्के बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन खेल में बाधा डालने वाली कोई स्थिति नहीं होगी।
* दिन का तापमान 27-28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है, जो खेलने के लिए काफी आरामदायक होगा।
* शाम ढलने के साथ तापमान 15-20 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
इन अनुकूल परिस्थितियों का मतलब है कि मैच अपने निर्धारित समय पर पूरा होने की पूरी संभावना है। हवा की गति भी कम रहने का अनुमान है, जिससे गेंदबाजों को शुरुआती स्विंग मिलने की संभावना कम है।
**शाम का खेल: ओस का फैक्टर कर सकता है उलटफेर:**
बारिश भले ही खेल को प्रभावित न करे, लेकिन शाम के समय ओस का प्रभाव काफी अहम हो सकता है। रात 8:30 बजे के बाद, जब तापमान नीचे आएगा, तो मैदान पर ओस की एक परत जमने लगेगी। इसका सीधा असर खेल पर पड़ेगा:
* **गेंदबाजी:** गेंदबाजों को गेंद पर पकड़ बनाने में मुश्किल होगी, खासकर स्पिनरों के लिए। इससे उनकी किफायती गेंदबाजी प्रभावित हो सकती है।
* **बल्लेबाजी:** गीली गेंद बल्ले पर अच्छी तरह आएगी, जिससे बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान हो जाएगा।
* **रणनीति:** टीमें टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला कर सकती हैं ताकि ओस का फायदा उठाया जा सके और दूसरी पारी में लक्ष्य का पीछा करते हुए इसका लाभ लिया जा सके। रायपुर के पिछले मैचों में भी ओस का असर साफ दिखा है।
**पिच का मिजाज: संतुलित, पर थोड़ी धीमी होने की संभावना:**
शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम की पिच को संतुलित माना जाता है, लेकिन इसमें कुछ खास बातें हैं। यह पिच काली मिट्टी से बनी है, जिससे इसमें:
* शुरुआत में गेंद को अच्छा उछाल मिल सकता है।
* खेल बढ़ने के साथ पिच थोड़ी धीमी हो सकती है।
* मध्यम ओवरों में स्पिनरों को मदद मिल सकती है।
* पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों के लिए रन बनाना अपेक्षाकृत आसान हो सकता है।
यह पिच रांची की तरह बहुत ज्यादा रन बनाने वाली या फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच जैसी गेंदबाजों की मददगार नहीं है। यहां एक कड़ा मुकाबला देखने की उम्मीद है, जहां बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों को अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
**कैसे बदलेगा खेल का रुख:**
साफ मौसम, सुखद तापमान और शाम की ओस को देखते हुए, यह मैच काफी रणनीतिक होने वाला है। जो टीम दूसरी बल्लेबाजी करेगी, उसे ओस के कारण गेंदबाजी में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। दूसरी ओर, पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को ओस को ध्यान में रखते हुए 300 के आसपास का स्कोर खड़ा करना होगा ताकि वे सुरक्षित महसूस कर सकें। यह मैच खिलाड़ियों की अनुकूलन क्षमता और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता का एक वास्तविक परीक्षण होगा।
