भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से हटने का फैसला किया है। हॉकी इंडिया ने इस खबर की पुष्टि की है, लेकिन खेल जगत में अटकलों का बाजार गर्म है।
हरेंद्र सिंह ने अपने बयान में कहा, “भारतीय महिला हॉकी टीम को कोचिंग देना मेरे करियर का एक गौरवपूर्ण क्षण रहा है। व्यक्तिगत कारणों से मुझे यह कदम उठाना पड़ रहा है, लेकिन मेरी शुभकामनाएं हमेशा इस टीम के साथ रहेंगी। हॉकी इंडिया के साथ मेरा सफर यादगार रहा है और मैं भविष्य में भी भारतीय हॉकी को आगे बढ़ते देखना चाहता हूं।”
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ. दिलीप तिर्की ने हरेंद्र सिंह के कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा, “हम हरेंद्र सिंह के बहुमूल्य योगदान के लिए आभारी हैं। भारतीय हॉकी के प्रति उनका समर्पण सर्वविदित है। हम जल्द ही नए कोच की घोषणा करेंगे और हरेंद्र सिंह को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”
हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने भी हरेंद्र सिंह को समर्थन देते हुए कहा, “हम हरेंद्र सिंह के फैसलों का सम्मान करते हैं और टीम की तैयारी निर्बाध रूप से जारी रहेगी। महिला टीम क्वॉलिफायर्स के लिए पूरी तरह से तैयार है।”
हालांकि, यह बताया जा रहा है कि हरेंद्र सिंह के इस्तीफे के पीछे कुछ गंभीर वजहें हो सकती हैं। हाल के महीनों में टीम के प्रदर्शन में गिरावट आई है, जिससे FIH प्रो लीग से बाहर होना और विश्व रैंकिंग में नीचे आना शामिल है। इसके चलते कोच पर दबाव बढ़ रहा था।
एक अन्य गंभीर आरोप यह भी है कि कुछ खिलाड़ियों ने खेल मंत्रालय से हरेंद्र सिंह पर कदाचार का गंभीर आरोप लगाया है। खेल मंत्रालय ने हॉकी इंडिया से इस मामले में जवाब मांगा है। सूत्रों के अनुसार, जांच में कोई ठोस सबूत न मिलने के बावजूद, हरेंद्र सिंह ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ना उचित समझा।
हरेंद्र सिंह का हॉकी में एक लंबा और सफल करियर रहा है। उन्होंने जूनियर पुरुष टीम को 2016 में विश्व कप जिताया था। 2018 में उन्हें महिला टीम का मुख्य कोच बनाया गया था। बाद में, 2019 में वे पुरुष टीम के कोच बने। 2024 तक वे अमेरिका की पुरुष हॉकी टीम के कोच रहे, जिसके बाद उन्होंने भारत लौटकर महिला टीम की कमान संभाली थी। वर्तमान में, जनेके शोपमैन महिला टीम की मुख्य कोच हैं।
