भारतीय क्रिकेट में उस समय हलचल मच गई जब ऐसी खबरें सामने आईं कि विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट में वापसी के लिए कहा गया है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में भारत की करारी हार के बाद इन अफवाहों ने जोर पकड़ा। इन्हीं अटकलों के बीच, रांची में विराट कोहली ने एक अविश्वसनीय शतक जड़कर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया, जो उनकी फिटनेस और खेल के प्रति जुनून पर सवाल उठा रहे थे।
**रांची का शतक: कोहली का दमदार जवाब**
कोहली ने रांची में खेले गए वनडे मैच में 135 रनों की तूफानी पारी खेली। 120 गेंदों पर खेली गई इस पारी में उन्होंने 11 चौके और 7 छक्के लगाए। इस प्रदर्शन ने स्पष्ट कर दिया कि 37 साल की उम्र में भी कोहली में वह आग बाकी है, जिसकी बदौलत वह क्रिकेट जगत के महानतम बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। उनके टेस्ट से संन्यास के बाद से ही यह सवाल उठ रहा था कि क्या वह 2027 विश्व कप तक खेल पाएंगे, लेकिन रांची में उनका बल्ला खामोश नहीं, बल्कि गरजता हुआ दिखाई दिया।
**टेस्ट में लगातार हार और दिग्गजों की वापसी की मांग**
हाल ही में टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में लगातार दो बड़ी हारों का सामना करना पड़ा है। 2024 के अंत में न्यूजीलैंड से 0-3 और हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से 0-2 से मिली हार ने प्रशंसकों को चिंतित कर दिया है। इन नतीजों के बाद, टीम के चयन और रणनीति पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसी बीच, यह अफवाहें फैलीं कि BCCI ने विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों से टेस्ट प्रारूप में वापसी करने का अनुरोध किया है, ताकि टीम को मजबूती मिल सके। रांची में दोनों खिलाड़ियों के बीच शतकीय साझेदारी ने इन चर्चाओं को और बढ़ा दिया।
**BCCI ने कहा ‘अफवाहें गलत हैं’**
इन तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए, BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने साफ तौर पर कहा है कि ऐसी कोई भी बात नहीं है। उन्होंने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा, “विराट कोहली की टेस्ट वापसी को लेकर जो भी खबरें चल रही हैं, वे पूरी तरह से झूठी हैं। उनसे या रोहित शर्मा से इस बारे में कोई बातचीत नहीं हुई है। ये सिर्फ अफवाहें हैं।” हालांकि, BCCI के इस खंडन के बावजूद, कई क्रिकेट विशेषज्ञ और प्रशंसक मानते हैं कि टीम को अनुभवी खिलाड़ियों की जरूरत है, खासकर टेस्ट क्रिकेट के गिरते स्तर को देखते हुए।
**केविन पीटरसन ने की वापसी की वकालत**
पूर्व इंग्लिश कप्तान केविन पीटरसन, जो कोहली के बड़े प्रशंसक हैं, ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि अगर कोहली और रोहित टेस्ट क्रिकेट में वापसी पर विचार कर रहे हैं, तो इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। पीटरसन का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए ऐसे बड़े नामों का खेलना जरूरी है। उनके इस बयान ने क्रिकेट पंडितों के बीच फिर से चर्चा छेड़ दी है।
