पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के आगामी सीजन की शुरुआत से पहले ही एक बड़ी खबर सामने आई है। मुल्तान सुल्तांस के मालिक अली तरीन ने टीम के स्वामित्व से अपना नाम वापस लेने का निर्णय लिया है, जिससे PSL प्रबंधन के लिए नई चुनौतियां उत्पन्न हो गई हैं। तरीन ने PSL के संचालन और प्रबंधन के साथ मतभेदों को अपने इस फैसले का मुख्य कारण बताया है। यह घोषणा लीग के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि PSL का विस्तार होने वाला है और अब उसे न केवल एक बल्कि तीन नई फ्रेंचाइजी टीमों के मालिकों की तलाश करनी पड़ सकती है।
अली तरीन ने एक भावनात्मक बयान जारी कर कहा कि सात साल तक मुल्तान सुल्तांस से जुड़े रहना उनके लिए एक शानदार अनुभव रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वित्तीय नुकसान के बावजूद, उनका अपनी टीम के प्रति समर्पण कभी कम नहीं हुआ। तरीन का मानना है कि सुल्तांस सिर्फ एक व्यावसायिक इकाई नहीं, बल्कि दक्षिण पंजाब की पहचान है। उन्होंने PSL के प्रबंधन के साथ अपने मतभेदों का भी संकेत दिया, जिससे वे असहज महसूस कर रहे थे।
इस अचानक हुए मालिकाना हक के बदलाव से PCB की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जहां PSL के बाकी पांचों फ्रेंचाइजी मालिकों ने अपने अनुबंधों का नवीनीकरण कर लिया है, वहीं मुल्तान सुल्तांस के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लग गया है। PSL के 11वें सीजन में दो नई टीमों को शामिल करने की योजना है, और इस बीच एक मौजूदा टीम के मालिक का बाहर जाना PCB के लिए एक बड़ा सिरदर्द साबित हो सकता है। यदि तरीन और PCB के बीच कोई समाधान नहीं निकलता है, तो बोर्ड को नए मालिकों की तलाश में और अधिक सक्रिय होना पड़ेगा।
हाल के महीनों में, तरीन और PSL के बीच की खींचतान सार्वजनिक हो गई थी। तरीन ने लीग के कामकाज में पारदर्शिता की कमी और भविष्य की योजनाओं पर सवाल उठाए थे, जिसके जवाब में PCB ने कानूनी नोटिस भी भेजा था। तरीन ने PCB और PSL नेतृत्व पर असहयोग का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें महत्वपूर्ण बैठकों में शामिल नहीं किया गया और न ही नवीनीकरण का प्रस्ताव भेजा गया। उन्होंने PCB से जवाब नहीं मिलने पर कानूनी कदम उठाने की भी बात कही थी।
मुल्तान सुल्तांस फ्रेंचाइजी के साथ तरीन परिवार का जुड़ाव 2018 से शुरू हुआ था। शॉन ग्रुप के हटने के बाद, तरीन के चाचा आलमगीर ने टीम का अधिग्रहण किया था। 2022 में आलमगीर के निधन के बाद, अली तरीन ने कमान संभाली। उनके कार्यकाल में, टीम ने 2020 में PSL खिताब जीता और चार बार फाइनल तक पहुंची। तरीन ने अपने समर्थकों से वादा किया है कि वह व्यक्तिगत रूप से टीम का समर्थन करना जारी रखेंगे।
