ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाज ट्रैविस हेड ने एशेज सीरीज के पहले टेस्ट में अपनी तूफानी बल्लेबाजी से इंग्लैंड के गेंदबाजों को बेबस कर दिया। हेड ने चौथे दिन 123 रनों की शानदार शतकीय पारी खेलकर मेजबान टीम को जीत दिलाई और सीरीज में 1-0 की बढ़त दिला दी। इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने अब हेड के इस दबदबे को तोड़ने का तरीका सुझाया है।
ब्रॉड का मानना है कि इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों को हेड के खिलाफ अपनी रणनीति बदलनी होगी। उन्होंने कहा, ‘जब ट्रैविस हेड रन बना रहा हो, तो आपको यह समझना होगा कि उसे स्ट्राइक से दूर कैसे रखा जाए। उसे एक ओवर में सिर्फ एक गेंद खेलने का मौका दें, और वह भी ऐसी जिसे वह आसानी से खेल सके, न कि ऐसी गेंदों पर रन बनाने दें जहां वह बाउंड्री मार सके।’
स्टुअर्ट ब्रॉड ने ऑस्ट्रेलियाई रेडियो को दिए इंटरव्यू में आगे कहा, ‘अगर आप हेड को स्ट्राइक से दूर रखते हैं, तो दूसरे छोर पर मार्नस लाबुशेन आते हैं। आप उन पर दबाव बनाने के लिए डॉट बॉल फेंकें। अगर आप ऐसा 40 मिनट तक करते हैं, तो हेड को सिर्फ एक रन लेने से ऊब हो जाएगी और वह कुछ बड़ा करने की कोशिश में अपना विकेट गंवा सकता है।’
ब्रॉड ने जोर देकर कहा, ‘हमेशा आक्रामक खेल देखना अच्छा लगता है, लेकिन कभी-कभी सबसे अच्छी रणनीति यही होती है कि आप खेल को धीमा करें और प्रतिद्वंद्वी को कुछ ऐसा करने पर मजबूर करें जो वह नहीं करना चाहता। आप उन्हें घंटों तक बेधड़क खेलते रहने नहीं दे सकते। 80 गेंदों पर 120 रन बनाना उनकी खासियत है, लेकिन इंग्लैंड को इसे रोकने के तरीके खोजने होंगे।’
उन्होंने यह भी कहा कि पर्थ टेस्ट में हेड की आक्रामक पारी ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स को भी हैरान कर दिया था। ब्रॉड के अनुसार, ‘यह पहली बार है जब मैंने बेन स्टोक्स को पिच पर कोई जवाब नहीं ढूंढते देखा।’
ब्रॉड ने संकेत दिया कि हेड के नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने की उम्मीद थी, लेकिन उस्मान ख्वाजा के पीठ दर्द के कारण ओपनिंग करने से इंग्लैंड की योजना गड़बड़ा गई। ब्रॉड ने कहा, ‘उनकी योजना पहले ही विफल हो गई थी। अब उनके पास नई गेंद थी और ट्रैविस हेड के खिलाफ नई गेंद से क्या करना है, इस पर उन्होंने शायद सोचा ही नहीं था। इस वजह से वे थोड़े असमंजस में थे।’
