इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के रिटेंशन सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 17 खिलाड़ियों को बरकरार रखा है, लेकिन इस फैसले ने फ्रेंचाइजी को विवादों में डाल दिया है। सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोर रहे हैं तेज गेंदबाज यश दयाल, जिन पर चल रहे गंभीर आपराधिक मामलों के बावजूद RCB ने उन्हें रिटेन किया है।
फैंस ने सोशल मीडिया पर RCB की इस नीति पर सवाल उठाए हैं। यश दयाल दो अलग-अलग आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं, जिसमें POCSO एक्ट के तहत एक गंभीर आरोप भी शामिल है। इन आरोपों के कारण ही उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) ने उन्हें राज्य की टी20 लीग से बाहर कर दिया था।
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने RCB पर निशाना साधा है। एक प्रमुख टिप्पणी में कहा गया, “यश दयाल, जिन पर POCSO का मामला चल रहा है और कई महिला उत्पीड़न के आरोप हैं, उन्हें RCB ने रिटेन किया है। यह वाकई चौंकाने वाला है, खासकर तब जब उनकी राज्य टीम ने उन्हें पहले ही निलंबित कर दिया था। RCB का यह फैसला बेहद निंदनीय है।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “यह बहुत ही विरोधाभासी है कि क्लब का चेहरा रहे विराट कोहली के साथ वाली टीम में यश दयाल जैसे खिलाड़ी को जगह दी जाती है! RCB का यह कदम बेहद निराशाजनक है।”
जानकारी के अनुसार, यश दयाल पर जयपुर पुलिस में एक नाबालिग से बलात्कार का मामला दर्ज है। इसके अलावा, ग़ाज़ियाबाद की एक महिला ने भी उन पर शादी का वादा करके यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। यह महिला कथित तौर पर यश दयाल के साथ पिछले पांच सालों से रिश्ते में थी।
जयपुर के स.ई.ओ. अनिल जैमन ने पुष्टि की है कि FIR POCSO एक्ट और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि पीड़िता का आरोप है कि क्रिकेटर ने 2023 में पहली बार और फिर अप्रैल 2024 में एक होटल में उसके साथ दुष्कर्म किया, जबकि उसने करियर में मदद का झांसा दिया था। पुलिस इस मामले की सक्रिय रूप से जांच कर रही है।
