कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार वेंकटेश प्रसाद ने एक बड़ा वादा किया है। उन्होंने कहा है कि यदि वे 30 नवंबर के चुनावों में निर्वाचित होते हैं, तो एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में क्रिकेट की खोई हुई प्रतिष्ठा को बहाल करेंगे और सुरक्षा संबंधी चिंताओं को दूर करेंगे। इस अभियान में उन्हें महान भारतीय क्रिकेटर अनिल कुंबले और जवागल श्रीनाथ का महत्वपूर्ण समर्थन प्राप्त है। प्रसाद, जो पूर्व में KSCA प्रशासन में रह चुके हैं, ने सुजीत सोमसुंदर के साथ मिलकर एक पैनल बनाया है, जिसमें विनय मृतुंजय सचिव पद के उम्मीदवार हैं।
कुंबले और श्रीनाथ, जिन्होंने 2010-2013 के दौरान KSCA में प्रसाद और सोमसुंदर के साथ काम किया था, ने हाल ही में हुए नुकसान पर चिंता व्यक्त की है। कुंबले के अनुसार, “पिछले कुछ वर्षों में कर्नाटक क्रिकेट में गिरावट आई है।” उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में महिला विश्व कप की जीत के बावजूद, कर्नाटक के खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व न होना एक गंभीर चिंता का विषय है। “हमें क्रिकेटरों और प्रशंसकों दोनों को फिर से जोड़ने की जरूरत है।” उन्होंने कहा।
चिन्नास्वामी स्टेडियम की सुरक्षा को लेकर अनिल कुंबले विशेष रूप से चिंतित दिखे। उन्होंने जून में आरसीबी की जीत की परेड के दौरान हुई दुखद भगदड़ की घटना को “चिन्नास्वामी के इतिहास का काला दिन” करार दिया। प्रसाद की टीम का लक्ष्य इस तरह की घटनाओं को रोकना और स्टेडियम को फिर से क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक सुरक्षित और पसंदीदा स्थान बनाना है।
प्रसाद ने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट में बताई गई कमियों को दूर करना और राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करना है। “हम सरकार के साथ सक्रिय रूप से बातचीत करेंगे और सभी सुरक्षा उपायों का पालन सुनिश्चित करेंगे।” उन्होंने कहा। इसके अलावा, प्रसाद ने बीसीसीआई के उत्कृष्टता केंद्र के साथ मिलकर एक अत्याधुनिक महिला क्रिकेट अकादमी स्थापित करने की योजना का भी अनावरण किया। यह पहल कर्नाटक में महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। प्रसाद का मानना है कि इन सुधारों से चिन्नास्वामी स्टेडियम अपनी पुरानी शान वापस पा सकेगा।
