भारतीय महिला क्रिकेट की उभरती हुई सितारा, ऋचा घोष, को पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रतिष्ठित उप-पुलिस अधीक्षक (DSP) के पद से नवाजा है। यह नियुक्ति विश्व कप में उनके असाधारण प्रदर्शन के प्रति राज्य सरकार की सराहना का प्रतीक है।
कोलकाता के प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स में आयोजित एक विशेष समारोह में, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वयं ऋचा घोष को नियुक्ति पत्र सौंपकर सम्मानित किया। इस आयोजन में उनके शानदार क्रिकेटिंग कौशल का जश्न मनाया गया।
राज्य सरकार ने ऋचा को ‘बंग भूषण’ पुरस्कार से भी सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त, क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) ने उन्हें एक विशेष उपहार के रूप में एक गोल्डन बैट और एक गोल्डन बॉल भेंट की।
CAB ने फाइनल में उनके महत्वपूर्ण योगदान के सम्मान में 34 लाख रुपये का चेक भी प्रदान किया। इस गरिमामयी अवसर पर भारतीय क्रिकेट के दिग्गज, सौरव गांगुली, भी उपस्थित थे, जिन्होंने ऋचा के खेल की खूब प्रशंसा की।
सौरव गांगुली ने बताया कि ऋचा ने विश्व कप फाइनल में दबाव भरी परिस्थितियों में छठे नंबर पर आकर शानदार बल्लेबाजी की थी। उन्होंने कम गेंदों में उच्च रनरेट की मांग को पूरा करने के लिए उनके कौशल और धैर्य की प्रशंसा की, जो मैच का रुख बदलने में सहायक साबित हुआ।
मुख्यमंत्री और गांगुली दोनों ने इस बात पर जोर दिया कि ऋचा में भारतीय महिला क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने की अपार क्षमता है।
अपनी तैयारी के बारे में बात करते हुए, ऋचा ने साझा किया, “मैं हमेशा नेट में एक लक्ष्य निर्धारित करती हूं, जो मेरी मदद करता है। मुझे मुश्किल हालातों में चुनौती स्वीकार करना पसंद है और अपनी टीम की जीत में योगदान देना मेरा लक्ष्य रहता है।”
मुख्यमंत्री ने पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली के भविष्य को लेकर भी एक महत्वाकांक्षी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि वे गांगुली को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) का मुखिया बनते देखना चाहेंगी। उन्होंने गांगुली के क्रिकेट नेतृत्व और प्रशासनिक अनुभव का हवाला देते हुए कहा कि वे इस पद के हकदार हैं और भविष्य में इस मुकाम को जरूर हासिल करेंगे।
