विश्व के महानतम फुटबॉल खिलाड़ियों में शुमार क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपने भविष्य को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है, जिससे उनके संन्यास की खबरें तेज हो गई हैं। 40 वर्षीय रोनाल्डो, जो वर्तमान में अल-नासर क्लब के लिए खेलते हैं, ने संकेत दिया है कि वह पेशेवर फुटबॉल से जल्द ही विदा ले सकते हैं। एक हालिया साक्षात्कार में, उन्होंने स्वीकार किया कि वह अपने खेल के अंतिम चरण के बारे में सोच रहे हैं और इस फैसले के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं।
रोनाल्डो ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा, “जल्द ही। लेकिन मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हो जाऊंगा। यह निश्चित रूप से एक मुश्किल पल होगा। हाँ, यह बहुत कठिन होगा। शायद मैं रोऊंगा भी। मैं अपनी भावनाओं को छिपाता नहीं हूं। यह बहुत, बहुत कठिन होगा। लेकिन, जैसा कि मैंने पहले कहा, मैं 25-26 साल की उम्र से ही अपने भविष्य की योजना बना रहा हूं। इसलिए, मुझे विश्वास है कि मैं इस दबाव से निपट सकता हूं।”
यह संभावना है कि रोनाल्डो 2026 फीफा विश्व कप में भाग लेंगे। यह टूर्नामेंट उनके अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल करियर का अंतिम पड़ाव हो सकता है, जिसके बाद वह क्लब फुटबॉल से भी संन्यास ले सकते हैं। अगले साल फरवरी में 41 साल के हो जाएंगे, रोनाल्डो विश्व कप में हिस्सा लेने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों में से एक होंगे। यह दर्शाता है कि वे कितनी असाधारण फिटनेस और मानसिक दृढ़ता बनाए हुए हैं, खासकर जब हम उन दिग्गजों की ओर देखते हैं जिन्होंने अपने 30 के दशक में ही खेल छोड़ दिया था।
**30s में करियर समाप्त करने वाले फुटबॉल के दिग्गज:**
* **पेले:** ब्राजील के महान पेले ने 37 साल की उम्र में, 1977 में फुटबॉल को अलविदा कह दिया था। उन्होंने अपने करियर में तीन विश्व कप जीते थे और एक अविश्वसनीय गोल स्कोरर थे।
* **डिएगो माराडोना:** अर्जेंटीना के इस दिग्गज ने 1997 में 37 साल की उम्र में अपना आखिरी मैच खेला। 1986 विश्व कप जीत उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि थी।
* **ज़िनेदिन ज़ीदान:** फ्रांसीसी जादूगर ज़ीदान ने 2006 के विश्व कप के बाद 34 साल की उम्र में खेल से संन्यास ले लिया था।
* **फ्रांज बेकेनबाउर:** ‘डेर कैसर’ के नाम से मशहूर बेकेनबाउर ने 1983 में 37 साल की उम्र में फुटबॉल को अलविदा कहा था। उन्होंने डिफेंडर के रूप में खेल को एक नई दिशा दी।
* **सर बॉबी चार्लटन:** इंग्लैंड के 1966 विश्व कप विजेता सर बॉबी चार्लटन ने 1973 में 38 साल की उम्र में संन्यास लिया था। अपनी शानदार खेल शैली के लिए जाने जाते थे।
