आईसीसी महिला विश्व कप 2025 के फाइनल में भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद से ही देश में जश्न का माहौल है। हर कोई इस उपलक्ष्य में भारतीय महिला क्रिकेट टीम, जिसकी अगुवाई हरमनप्रीत कौर ने की, के लिए एक भव्य जीत की परेड का इंतजार कर रहा है। हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने साफ किया है कि अभी तक ऐसी किसी भी सार्वजनिक अभिनंदन समारोह की योजना को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
**BCCI ने जताई अनिश्चितता**
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने मीडिया से बात करते हुए बताया, “अभी तक किसी भी तरह की जीत की परेड की योजना नहीं बनाई गई है।” उन्होंने आगे कहा, “मैं दुबई में आईसीसी की बैठकों में भाग लेने जा रहा हूँ। कई वरिष्ठ अधिकारी भी वहाँ होंगे। हमारी वापसी के बाद, हम मिलकरCelebration के तरीकों पर विचार करेंगे।” यह बैठकें 4 से 7 नवंबर तक चलेंगी।
**टूर्नामेंट की जीत और प्रदर्शन**
भारत ने 2 नवंबर को DY पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर अपना पहला महिला विश्व कप खिताब जीता। टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298/7 का स्कोर बनाया। शफाली वर्मा ने 87 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली, जबकि दीप्ति शर्मा ने 52 रन बनाए और गेंदबाजी में 5 विकेट लेकर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की। कप्तान लॉरा वोलवार्ड्ट का शतक दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए पर्याप्त साबित नहीं हुआ।
**प्रशंसकों में उत्साह, बोर्ड की योजनाएं अधूरी**
जबकि आम जनता में टीम की जीत को लेकर अपार उत्साह है और वे परेड की उम्मीद कर रहे हैं, वहीं बीसीसीआई की ओर से अभी तक कोई निश्चित योजना सामने नहीं आई है। यह उम्मीद की जा रही है कि दुबई से लौटने के बाद टीम के सम्मान में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
**एशिया कप ट्रॉफी का मामला भी बनेगा चर्चा का विषय**
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने संकेत दिया है कि दुबई में होने वाली आईसीसी बैठकों में एशिया कप की ट्रॉफी को लेकर भी बात की जाएगी, जो अभी तक भारतीय टीम को नहीं सौंपी गई है। यह भी एक अहम मुद्दा होगा जिस पर बोर्ड ध्यान केंद्रित करेगा।
**एक नए युग की शुरुआत**
भारतीय महिला टीम की यह जीत न केवल एक ट्रॉफी है, बल्कि यह देश में महिला क्रिकेट के लिए एक नए और स्वर्णिम युग की शुरुआत का प्रतीक है। लाखों युवा लड़कियाँ अब क्रिकेट को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित होंगी। जीत की परेड भले ही लंबित हो, लेकिन करोड़ों भारतीयों के दिलों में यह ऐतिहासिक पल हमेशा जीवंत रहेगा।
									 
					