भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कैनबरा के मैनूका ओवल में पहले टी20 मुकाबले की शुरुआत से पहले, मैदान की पिच चर्चा का केंद्र बनी हुई है। यह पिच हमेशा से ही बल्लेबाजों के लिए अनुकूल रही है और उच्च स्कोर वाले मैचों की गवाह रही है। एक समान उछाल और अच्छी गति वाली यह पिच बल्लेबाजों को बड़े स्कोर बनाने का पूरा मौका देगी, जिससे सीरीज का आगाज धमाकेदार होने की पूरी उम्मीद है।
**बल्लेबाजों की बल्ले-बल्ले: मैनूका ओवल की कहानी**
कैनबरा का मैनूका ओवल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में एक ऐसी जगह है जहाँ बल्लेबाजों को हमेशा मदद मिली है। यहाँ के ट्रैक रिकॉर्ड को देखें तो टी20 क्रिकेट में पहली पारी का औसत स्कोर करीब 150 रन रहता है। यह पिच खेल के दौरान बल्ले पर अच्छी आती है, जिससे बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान हो जाता है। सूर्यकुमार यादव, ट्रैविस हेड और टिम डेविड जैसे विस्फोटक बल्लेबाज इस पिच पर अपने शॉट्स का खुलकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस मैदान की एक खास बात यह है कि यहाँ गेंद का उछाल (bounce) काफी नियमित रहता है, जिससे स्ट्रोकप्ले में आसानी होती है। अन्य ऑस्ट्रेलियाई मैदानों की तरह यहाँ अतिरिक्त तेज गति या सीम मूवमेंट की उम्मीद कम है, जो बल्लेबाजों को सहजता से खेलने देती है।
हालांकि, शुरुआती ओवरों में नए गेंद के गेंदबाजों को हवा का थोड़ा फायदा मिल सकता है। जसप्रीत बुमराह और जोश हेजलवुड जैसे सीमर नई गेंद से कुछ स्विंग हासिल कर सकते हैं, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, पिच बल्लेबाजों के लिए और अधिक अनुकूल हो जाएगी।
**टॉस जीतकर बल्लेबाजी का आकर्षण**
इस मैदान पर अब तक खेले गए 22 टी20 मैचों में, पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को 10 बार जीत मिली है, जबकि लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने 9 मैच जीते हैं। यह दिखाता है कि पहले बल्लेबाजी करना थोड़ा फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, रात में ओस के कारण गेंद थोड़ी फिसल सकती है, जो लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम के लिए मददगार हो सकता है।
फिर भी, कप्तानों के लिए यह एक मुश्किल फैसला होगा। कई टीमें ताज़ी पिच का फायदा उठाकर बड़ा स्कोर खड़ा करना चाहेंगी ताकि बाद में ओस का सामना न करना पड़े। तेज आउटफील्ड भी बल्लेबाजों को अतिरिक्त रन बनाने में मदद करेगी।
**नए सीजन की ताज़ी पिच, रन बनने की पूरी उम्मीद**
यह इस सीजन का कैनबरा में पहला बड़ा मैच है, जिसका मतलब है कि पिच बिलकुल नई, कड़ी और रनों से भरपूर होगी। क्यूरेटरों ने एक बेहतरीन पिच तैयार की है जो टी20 क्रिकेट के रोमांच के लिए एकदम सही है।
रोशनी में, गेंद बल्ले पर अच्छी तरह से आने की उम्मीद है, जिससे बाउंड्री लगना तय है। अक्षर पटेल और तनवीर संघा जैसे स्पिनरों को शायद कुछ टर्न मिले, लेकिन यह पिच की बल्लेबाजी-अनुकूल प्रकृति को ज्यादा नहीं बदलेगा।
मैनूका ओवल की छोटी स्क्वायर बाउंड्रीज के कारण, पावर-हिटर मैच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
**मैच के आंकड़े**
* पहली पारी का औसत स्कोर: लगभग 150 रन
* उच्चतम टी20 स्कोर: 195 (दक्षिण अफ्रीका महिला टीम)
* पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों की जीत: 10
* लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों की जीत: 9
* पिच की स्थिति: नियमित उछाल, बल्लेबाजों के लिए अनुकूल, कम पार्श्व मूवमेंट
**संभावित खेल का पैटर्न**
पिच की विशेषताओं को देखते हुए, यह उम्मीद की जा सकती है कि यह मैच एक हाई-स्कोरिंग मुकाबला होगा। जो बल्लेबाज पिच की गति का सही उपयोग कर पाएंगे, वे हावी रहेंगे। गेंदबाजों को डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी करने के लिए अपनी गेंदों में विविधता लानी होगी और यॉर्कर का सटीक इस्तेमाल करना होगा।
अगर पिच पूरे मैच में ऐसी ही बनी रहती है, तो मैनूका ओवल में 180 से ऊपर का स्कोर एक अच्छा स्कोर माना जाएगा। शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, ट्रैविस हेड और मार्कस स्टोइनिस जैसे खिलाड़ियों से बेहतरीन पारियों की उम्मीद है।
