ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम भारत के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज के पहले मैच में दो नए चेहरों, मैट रेनशॉ और मिशेल ओवेन को वनडे इंटरनेशनल (ODI) कैप सौंपने की तैयारी में है। यह रोमांचक मुकाबला 19 अक्टूबर को पर्थ के मैदान पर खेला जाएगा। 29 वर्षीय मैट रेनशॉ, जो अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत को नौ साल पूरे कर चुके हैं और 14 टेस्ट मैचों में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, आखिरकार वनडे में अपना पहला मैच खेलेंगे। उनकी यह एंट्री सफेद गेंद के प्रारूप में उनके हालिया शानदार प्रदर्शन का इनाम है। रेनशॉ ने हाल ही में श्रीलंका ए के खिलाफ हुई वनडे सीरीज में 82.66 की औसत से 248 रन बनाकर चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया था।
रेनशॉ के अलावा, मिशेल ओवेन भी अपना वनडे डेब्यू करेंगे। उन्हें इस साल की शुरुआत में दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 48 गेंदों पर तूफानी शतक जड़ने के लिए चुना गया है। इस सीरीज के पहले मैच के लिए ऑस्ट्रेलिया को अपने प्रमुख विकेटकीपर जोश इंगलिस और एलेक्स कैरी की सेवाएं नहीं मिलेंगी। उनकी अनुपस्थिति में, जोश फिलिप को वनडे टीम में वापस बुलाया गया है और वह पर्थ में विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे।
टीम में एक और महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि चोट से उबरने के बाद ऑलराउंडर मैट शॉर्ट की ऑस्ट्रेलियाई टीम में वापसी हुई है। उन्हें भारत के खिलाफ खेली जाने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने की जिम्मेदारी दी गई है। ट्रेविस हेड और मिशेल मार्श की ओपनिंग जोड़ी जमने के बाद, शॉर्ट अब नंबर तीन पर बल्लेबाजी करेंगे। यह उनके लिए एक नई भूमिका है, क्योंकि उन्होंने अब तक खेले अपने सभी 10 वनडे मैचों में पारी की शुरुआत की है।
चोटों के कारण पिछले कुछ महीनों से परेशान रहे शॉर्ट ने पसलियों में फ्रैक्चर के चलते दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज और क्वाड्रिसेप्स की चोट के कारण चैंपियंस ट्रॉफी के कुछ मैचों को मिस किया था। चोट से वापसी के बाद उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20I सीरीज में नंबर 3 पर खेलते हुए 29, 2 और 7* रन बनाए थे।
पहले वनडे मैच से पहले, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिशेल मार्श ने टीम के संतुलन पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पर्थ में दर्शकों से भरे स्टेडियम में खेलना एक शानदार अनुभव होगा और यह सीरीज की एक यादगार शुरुआत होगी।