भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारत की वनडे और टी20 टीम की घोषणा की है। यह दौरा भारतीय क्रिकेट के लिए अहम है, क्योंकि टीम में कई बदलाव हुए हैं। वनडे में रोहित शर्मा की जगह शुभमन गिल टीम का नेतृत्व करेंगे, जबकि रवींद्र जडेजा जैसे प्रमुख खिलाड़ी टीम का हिस्सा नहीं होंगे। इसके अलावा, एक और महत्वपूर्ण खिलाड़ी इस दौरे पर खेलते हुए नजर नहीं आएगा। इस खिलाड़ी को लगातार दूसरे बड़े दौरे के लिए टीम से बाहर रखा गया है, जिससे सवाल उठ रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के अंतरराष्ट्रीय करियर पर संकट मंडरा रहा है। शमी को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुनी गई टीम में शामिल नहीं किया गया है। यह दूसरा मौका है जब उन्हें टीम से बाहर रखा गया है। इससे पहले, उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए भी टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली थी। शमी ने पिछले दो वर्षों में भारत के लिए कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है। उन्होंने फरवरी 2025 में भारत के लिए आखिरी टी20 मैच खेला था, और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच था।
शमी को चोट और फिटनेस संबंधी समस्याओं के कारण क्रिकेट से दूर रहना पड़ा है। वह 2023 विश्व कप के बाद से चोटों से जूझ रहे हैं। हालांकि, उन्होंने चोट के बाद वापसी की और घरेलू क्रिकेट में अपनी फिटनेस साबित की। इस साल फरवरी-मार्च में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में, वह भारत के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। इसके बाद उन्होंने आईपीएल में भी भाग लिया। 35 साल के शमी को इस बार टीम में जगह नहीं मिलना उनके करियर के लिए एक बड़ा खतरा माना जा रहा है।
मोहम्मद शमी की फिटनेस पिछले कुछ समय से चर्चा का विषय बनी हुई है। हाल ही में, शमी ने अपनी फिटनेस के बारे में अपडेट दिया और कहा कि वह खेलने के लिए तैयार हैं। अगस्त में एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था, ‘मुझे बेंगलुरु बुलाया गया था और मैंने फिटनेस टेस्ट पास कर लिया है, और अब मैं खेलने के लिए तैयार हूं।’ लेकिन इसके बावजूद, वह टीम में जगह बनाने में असफल रहे हैं। इससे आगे भी उन्हें टीम में जगह मिलने की संभावना कम ही लग रही है।