अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए भारत बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट मैच में, केएल राहुल ने 8 साल के लंबे इंतजार के बाद घरेलू धरती पर शानदार शतक जमाया। यह शतक उनके लिए बेहद खास था, क्योंकि यह 2016 के बाद भारत में उनका पहला टेस्ट शतक था।
राहुल ने अपनी पारी में संयम, परिपक्वता और बेहतरीन क्लास का प्रदर्शन किया, जो भारतीय क्रिकेट टीम में उनके महत्व को दर्शाता है। उन्होंने 190 गेंदों में अपना शतक पूरा किया।
पिछले 3,211 दिनों में राहुल घरेलू मैदान पर टेस्ट शतक नहीं बना पाए थे। उनका आखिरी शतक दिसंबर 2016 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ आया था, जब उन्होंने 199 रन बनाए थे। इस दौरान, उन्होंने कई तरह की परिस्थितियों का सामना किया, जिसमें चोटें, टीम से बाहर होना और फॉर्म में गिरावट शामिल हैं।
लेकिन इस बार, राहुल अपनी लय में लौटते हुए और शांत दिखाई दिए।
इस पारी के साथ, राहुल ने टेस्ट क्रिकेट में ओपनर के तौर पर 10 शतक पूरे कर लिए हैं, जो रोहित शर्मा और गौतम गंभीर से अधिक हैं। उनसे आगे सिर्फ सुनील गावस्कर (33) , वीरेंद्र सहवाग (22) और मुरली विजय (12) हैं।
पिछले हफ्ते, राहुल ने लखनऊ में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ 412 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 176 रन की नाबाद पारी खेली थी।
यह शतक सिर्फ रनों से बढ़कर था। इसने केएल राहुल की भारतीय टेस्ट टीम में भूमिका को भी स्पष्ट किया। टीम में बदलाव के दौर में, राहुल का अनुभव और फॉर्म टीम के लिए स्थिरता प्रदान करते हैं।
राहुल ने साबित कर दिया कि वे अभी भी टीम के लिए महत्वपूर्ण हैं।
मैच का संक्षिप्त विवरण:
* मैच: भारत बनाम वेस्टइंडीज, पहला टेस्ट
* स्थान: नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद
* राहुल का स्कोर: 100 (190 गेंद)
* भारत का स्कोर: वेस्टइंडीज के 162 रन के जवाब में 200 से अधिक
* अंतिम घरेलू टेस्ट शतक: दिसंबर 2016 बनाम इंग्लैंड (199)
शतक पूरा करने के बाद, राहुल की आंखों में राहत के साथ-साथ उन वर्षों की यादें, चूक गए मौकों और घर पर एक पूर्ण चक्र पूरा करने की भावना भी झलक रही थी।