भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में बदलाव के दौर से गुजर रही है। अनुभवी खिलाड़ियों के संन्यास के बाद युवाओं को मौका मिल रहा है, लेकिन साई सुदर्शन इस मौके का फायदा उठाने में संघर्ष कर रहे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में वह असफल रहे।
अहमदाबाद टेस्ट में सुदर्शन सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए। यह उनकी लगातार नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने 7 पारियों में केवल एक अर्धशतक बनाया है। जून-जुलाई में इंग्लैंड दौरे पर डेब्यू करने के बाद, वह अपनी जगह पक्की करने में नाकाम रहे हैं।
सुदर्शन के खराब प्रदर्शन से टीम इंडिया चिंतित है। उन्हें जल्द ही बेहतर प्रदर्शन करना होगा, अन्यथा टीम प्रबंधन उन्हें अधिक समय तक मौका नहीं देगा। टीम में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है।
आने वाली सीरीज में भी अगर सुदर्शन का प्रदर्शन निराशाजनक रहता है, तो उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में उनका नाम शामिल होने की संभावना कम हो सकती है।