पाकिस्तान की टीम एशिया कप की तैयारी के लिए यूएई और अफगानिस्तान के खिलाफ ट्राई सीरीज खेल रही है। इस सीरीज में पाकिस्तान को अफगानिस्तान से हार का सामना करना पड़ा। अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 169 रन बनाए, जिसके जवाब में पाकिस्तान 151 रन ही बना सका। इस हार के बाद पाकिस्तान के बल्लेबाजों की पोल खुल गई, खासतौर पर ‘जीरो’ के आंकड़े पर सवाल उठ रहे हैं।
शारजाह में पाकिस्तान का प्रदर्शन बहुत ही खराब रहा। अफगानी स्पिनरों ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को परेशान किया। 8वें से 17वें ओवर तक पाकिस्तान का प्रदर्शन उम्मीद से भी कमतर रहा। पाकिस्तान ने लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआती 7.3 ओवरों में 9 चौके-छक्के लगाए, लेकिन इसके बाद 17वें ओवर तक एक भी बाउंड्री नहीं लगाई। यानी 74 गेंदों तक पाकिस्तान के बल्ले से एक भी बाउंड्री नहीं निकली। यह ‘जीरो’ पाकिस्तानी बल्लेबाजी की कमजोरी को दर्शाता है और एशिया कप से पहले एक बड़ी चिंता है।
अगर पाकिस्तान अफगानिस्तान के खिलाफ संघर्ष कर रहा है, तो भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ उसका क्या होगा? यह साफ है कि पाकिस्तानी बल्लेबाज स्पिनरों के खिलाफ संघर्ष करते हैं। मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम की गैरमौजूदगी में बल्लेबाजी और भी कमजोर लग रही है। एशिया कप में भारत ही नहीं, श्रीलंका और अफगानिस्तान के स्पिनर भी पाकिस्तानी बल्लेबाजों को परेशान करेंगे। एशिया कप 9 सितंबर से शुरू हो रहा है। भारतीय टीम 4 सितंबर को यूएई पहुंचेगी और 14 सितंबर को भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबला होगा।