भारतीय क्रिकेट में पिछले कुछ वर्षों में तेज गेंदबाजी में आए बदलावों में इशांत शर्मा का योगदान अहम रहा। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाजों के साथ मिलकर उन्होंने टीम इंडिया की गेंदबाजी को मजबूत किया। इशांत ने 2007 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और तीनों फॉर्मेट में अपनी पहचान बनाई।
इशांत का जन्म पश्चिमी दिल्ली में हुआ, जहां से वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली और शिखर धवन जैसे खिलाड़ी निकले। इशांत भी उन्हीं में से एक हैं जिन्होंने कड़ी मेहनत से टीम इंडिया में जगह बनाई। इशांत की परवरिश भी मिडिल क्लास फैमिली में हुई, और उन्होंने घरेलू क्रिकेट में संघर्ष करते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल की।
इशांत शर्मा के बचपन के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। उनके माता-पिता ने उन्हें अनुशासित रखने के लिए सख्ती की, जैसा कि भारत में आमतौर पर होता है। एक बार इशांत को उनके पिता ने बिना किसी कारण के डंडे से पीटा था।
क्रिकबज के एक इंटरव्यू में इशांत ने उस घटना को याद किया जब वे घर में घुसे थे और उनके पिता ने बिना किसी बात के उन्हें और उनकी बहन को पीटा। इशांत के पिता ने इस पर आश्चर्य जताया और कहा कि शायद उन्होंने कुछ किया होगा। इशांत को आज भी याद नहीं है कि उन्हें क्यों पीटा गया था।
इशांत के परिवार ने उनके क्रिकेटर बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके पिता भी क्रिकेट के शौकीन थे। इशांत ने टीम इंडिया के लिए 105 टेस्ट मैचों में 311 विकेट, 80 वनडे में 115 विकेट और 14 टी20 में 8 विकेट लिए हैं।