भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने उन लोगों को जवाब दिया है जो उनके संन्यास की अटकलें लगा रहे थे। शमी काफी समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। हाल ही में उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भी नहीं चुना गया था, जिसके बाद उन्हें एशिया कप 2025 की टीम से भी बाहर कर दिया गया था।
शमी इस समय दलीप ट्रॉफी में ईस्ट जोन के लिए खेल रहे हैं। उन्होंने अपने संन्यास को लेकर कहा कि वह तब संन्यास लेंगे जब उन्हें क्रिकेट खेलने में मजा नहीं आएगा।
शमी ने कहा, ‘अगर किसी को मुझसे कोई परेशानी है तो बताएं। अगर मेरे संन्यास से किसी की जिंदगी बेहतर हो जाती है, तो बताएं। मैं किसके जीवन में बाधा बन रहा हूं कि आप चाहते हैं कि मैं संन्यास ले लूं? जिस दिन मैं बोर हो जाऊंगा, मैं छोड़ दूंगा। आप मुझे नहीं चुनते, लेकिन मैं कड़ी मेहनत करता रहूंगा। आप मुझे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं चुनते, तो मैं घरेलू क्रिकेट खेलूंगा। मैं कहीं न कहीं खेलता रहूंगा। आपको ये फैसले तब लेने होते हैं जब आप बोर होने लगते हैं। अभी मेरे लिए वो समय नहीं है।’
शमी 2023 वनडे विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। उन्होंने कहा कि अब उनका एकमात्र सपना 2027 वनडे विश्व कप खेलना है। शमी ने कहा, ‘मेरा एक ही सपना है कि मैं वनडे विश्व कप जीतूं। मैं उस टीम का हिस्सा बनना चाहता हूं जो वनडे विश्व कप जीते और इसे घर लाए। हम 2023 में बहुत करीब थे। हमें एक अहसास था, लेकिन हमें इस बात का भी डर था कि हम लगातार जीत रहे हैं और यह नॉकआउट चरण था। कुछ डर था। लेकिन प्रशंसकों के उत्साह और विश्वास ने हमें प्रेरित किया। यह एक सपना था जो पूरा हो सकता था, लेकिन शायद यह मेरे भाग्य में नहीं था।’
शमी 2023 वनडे विश्व कप में टखने की चोट से जूझ रहे थे, जो बाद में और भी खराब हो गई। उन्हें पूरी तरह से ठीक होने और फिटनेस हासिल करने में 14 महीने का ब्रेक लेना पड़ा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब खिलाड़ी अपने शरीर को अधिक धकेलते हैं, तो उसका बड़ा खामियाजा होता है।