जब कोई टीम टूर्नामेंट जीतती है, तो उसे ट्रॉफी और पुरस्कार राशि मिलती है। लेकिन इंटर काशी के साथ सब उल्टा हुआ। टीम आई लीग चैंपियन बनी, लेकिन उसे न तो ट्रॉफी मिली और न ही पुरस्कार राशि। इंटर काशी ने आई लीग जीती थी, लेकिन फेडरेशन ने उन्हें अभी तक ट्रॉफी और पुरस्कार राशि नहीं दी है।
**ट्रॉफी नहीं, एक करोड़ का इनाम भी नहीं**
AIFF ने खेल पंचाट के फैसले के बाद इंटर काशी को आई लीग चैंपियन घोषित किया था। पुरस्कार राशि एक करोड़ रुपये थी, लेकिन टीम को अब तक नहीं मिली है। टीम इस बात से परेशान है और AIFF से गुहार लगा रही है।
**चर्चिल ब्रदर्स ने नहीं लौटाई ट्रॉफी**
सबसे हैरानी की बात यह है कि AIFF ने गोवा के चर्चिल ब्रदर्स क्लब को विजेता घोषित किया था, लेकिन उन्होंने फेडरेशन को ट्रॉफी वापस नहीं की। फुटबॉल फेडरेशन ने बताया कि उन्होंने चर्चिल ब्रदर्स को ट्रॉफी दी थी, लेकिन अभी तक वापस नहीं मिली है।
**इंटर काशी के अध्यक्ष का बयान**
इंटर काशी के अध्यक्ष प्रीथिजीत ने कहा, “क्लब का विजेता बनना यूपी के फुटबॉल के लिए एक बड़ा मौका है। ट्रॉफी मिलने से यहां के युवा फुटबॉलरों को प्रेरणा मिलेगी। वाराणसी के क्लब का आई लीग जीतना यूपी के फुटबॉल में बदलाव ला सकता है, लेकिन हम जश्न नहीं मना पा रहे हैं। उम्मीद है कि जल्द ही हमें ट्रॉफी मिलेगी।”