एशिया कप से पहले टीम इंडिया को एक बड़ा झटका लगा है। बीसीसीआई ने 15 साल से टीम के साथ जुड़े एक सपोर्ट स्टाफ को बाहर कर दिया है। बोर्ड ने उनका कॉन्ट्रैक्ट आगे नहीं बढ़ाया है। इससे पहले, पूर्व बैटिंग कोच अभिषेक नायर और स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई को भी टीम से हटा दिया गया था। अब, मसाज थेरेपिस्ट राजीव कुमार को भी बाहर कर दिया गया है, जो टीम इंडिया के महत्वपूर्ण सदस्य थे और इंग्लैंड दौरे पर टीम के साथ थे।
राजीव कुमार को टीम से क्यों निकाला गया? खबरों के मुताबिक, राजीव कुमार पिछले 15 सालों से टीम इंडिया के साथ थे। वे खिलाड़ियों की मालिश करके उनकी थकान दूर करते थे। बीसीसीआई का मानना है कि सपोर्ट स्टाफ का लंबे समय तक टीम के साथ बने रहने से टीम को उतना फायदा नहीं होता है। इसके अलावा, सपोर्ट स्टाफ के लंबे समय तक टीम में रहने से खिलाड़ियों के साथ उनकी नजदीकी बढ़ जाती है, जिससे टीम की प्रगति प्रभावित हो सकती है। बीसीसीआई ने पहले ही एक नए मसाज थेरेपिस्ट की नियुक्ति कर ली है।
राजीव कुमार अक्सर बाउंड्री पर खड़े रहते थे और खिलाड़ियों पर नजर रखते थे। मैच के बाद खिलाड़ी सबसे पहले राजीव के पास जाकर मालिश करवाते थे। वे खिलाड़ियों के लिए एनर्जी ड्रिंक्स भी तैयार करते थे। राजीव खिलाड़ियों की पसंद जानते थे और टीम की फील्डिंग के दौरान हमेशा बाउंड्री पर मौजूद रहते थे ताकि टीम की मदद कर सकें। उनका तेज गेंदबाजों के साथ अच्छा रिश्ता था और वे तेज गेंदबाजों के लिए मददगार थे।
खिलाड़ियों के साथ राजीव कुमार का अच्छा तालमेल था। हार्दिक पांड्या के साथ उनकी अच्छी दोस्ती थी। 2019 में मोहम्मद शमी ने अपने जन्मदिन पर ईशांत शर्मा और राजीव के साथ एक तस्वीर शेयर की थी, जिससे राजीव सोशल मीडिया पर फेमस हो गए। युजवेंद्र चहल ने भी बैक रूम स्टाफ की प्रशंसा की थी। राजीव से पहले, अभिषेक नायर, अरुण कनाडे और सोहम देसाई को भी टीम से बाहर कर दिया गया था।