रिंकू सिंह ने आखिरकार अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका हासिल कर लिया है। टी20 क्रिकेट में अपनी शानदार फिनिशिंग क्षमता के लिए जाने जाने वाले 27 वर्षीय बाएं हाथ के बल्लेबाज को आगामी एशिया कप 2025 के लिए भारत की 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है। बीसीसीआई ने मंगलवार, 19 अगस्त को टीम की घोषणा की, जिससे मेरठ के इस क्रिकेटर को महाद्वीप के सबसे बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर मिला।
लेकिन इस घोषणा के कुछ ही घंटों बाद, रिंकू का बल्ला एक घरेलू मैच में फिर से शांत हो गया, जिससे टूर्नामेंट में उनकी फॉर्म को लेकर सवाल खड़े हो गए।
**यूपी टी20 लीग में रनों की कमी**
यूपी टी20 लीग 2025 में मेरठ मावेरिक्स के लिए खेलते हुए, रिंकू सिंह लखनऊ फाल्कन्स के खिलाफ 19 गेंदों में केवल 23 रन ही बना सके। उनकी पारी में केवल तीन चौके शामिल थे और 15वें ओवर में परव सिंह ने उन्हें आउट कर दिया।
रिंकू के धीमे प्रदर्शन के बावजूद, मावेरिक्स ने 20 ओवर में 150-8 का स्कोर बनाया, लेकिन उनके कप्तान से आतिशबाजी की कमी साफ दिखाई दी। यह प्रदर्शन उस जश्न के माहौल के बिल्कुल विपरीत था जो दिन में पहले उनकी एशिया कप 2025 में चयन के आसपास था।
**हालिया संघर्ष**
रिंकू की फॉर्म में गिरावट कोई अपवाद नहीं है। कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ उनका आईपीएल 2025 सीज़न भी प्रभावशाली नहीं रहा, जिसमें उन्होंने 11 पारियों में केवल 206 रन बनाए। उनकी परेशानी इस साल की शुरुआत में भारत की इंग्लैंड के खिलाफ टी20आई श्रृंखला में भी जारी रही, जहां उन्होंने दो पारियों में सिर्फ 39 रन बनाए, और उनका औसत 19.50 रहा।
एक ऐसे खिलाड़ी के लिए जिसने टी20 क्रिकेट में भारत के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर के रूप में अपनी पहचान बनाई है, ये आंकड़े बहुत अच्छे नहीं हैं।
**एशिया कप: क्या यह अपनी काबिलियत साबित करने का आखिरी मौका है?**
एशिया कप 2025 रिंकू सिंह के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। 2026 टी20 विश्व कप के आने के साथ, एशिया कप में अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी होगा, अगर वह भारत की मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप में अपनी जगह बनाए रखना चाहते हैं।
रिंकू ने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में अपनी विस्फोटक क्षमता की झलक बार-बार दिखाई है। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट एक ऐसा मंच है जहां निरंतरता ही करियर तय करती है। स्थानों के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ने के साथ, वह इस अवसर को खोने का जोखिम नहीं उठा सकते।
**आगे क्या है?**
भारत के चयनकर्ताओं ने रिंकू सिंह पर भरोसा जताया है, और उनकी मैच पलटने की क्षमता पर विश्वास किया है। लेकिन अब विश्वास को प्रदर्शन से मिलाना होगा। अगर रिंकू एशिया कप में अपनी लय वापस पा लेते हैं, तो वे एक ऐसी कहानी लिख सकते हैं जो उनके करियर को फिर से परिभाषित करे। अगर ऐसा नहीं होता है, तो यह उस गिरावट की शुरुआत हो सकती है जो उन्हें युवा खिलाड़ियों से पीछे कर देगी।