लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में, यशस्वी जायसवाल ने अपना 5वां टेस्ट शतक बनाया, जो इंग्लैंड में उनका पहला शतक था। उन्होंने 144 गेंदों में 16 चौके और एक छक्के के साथ 100 रन बनाए, जिससे भारत को शुरुआती झटकों से उबरने में मदद मिली। कप्तान शुभमन गिल ने भी अर्धशतक का योगदान दिया। सबसे खास बात यह है कि जब भी जायसवाल ने शतक बनाया है, भारत कभी मैच नहीं हारा है।
उनके शतक हमेशा टीम के लिए निर्णायक जीत में बदले हैं। 2023 में, वेस्टइंडीज के खिलाफ उनके डेब्यू में 171 रन बनाने से भारत ने एक पारी और 141 रन से जीत हासिल की। 2024 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान, पर्थ में उनकी 161 रनों की पारी से 295 रनों की जीत मिली। इसके अलावा, 2024 में भारत में इंग्लैंड के खिलाफ, दूसरे और तीसरे टेस्ट में क्रमशः 209 और 214* रनों का योगदान भारत की आसान जीत में हुआ। उनकी लगातार महत्वपूर्ण क्षणों में प्रदर्शन करने की क्षमता भारत को जीत दिलाती है।
विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के बावजूद टीम ने मजबूत क्षमता दिखाई, क्योंकि जायसवाल और गिल के शतकों ने टीम की इंग्लैंड जैसी शीर्ष टीमों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता को उजागर किया।