आरोपित रवि शाह पूछताछ करते रेलवे के अधिकारी।
HighLights
रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर लान्ज में ठहरा।अफसरों को शक हुआ,जांच की तो निकला विद्यार्थी।उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर एक फर्जी सतर्कता इंस्पेक्टर को रेलवे की टीम ने पकड़ा है। वह रेलवे की वीआईपी लान्ज में ठहरा। वीआईपी सुविधाएं जैसे- चाय, नाश्ता और भोजन की मांग की तो रेलवे अफसरों को शक हुआ। आरोपित का नाम रवि शाह है वह गुजरात के रहने वाला है।
जांच और पूछताछ में युवक ने कबूला कि वह वीआईपी सुविधा के लिए ऐसा कर रहा था। इस मामले में जीआरपी ने केस दर्ज किया है। रेलवे के अनुसार- युवक के पास से अहमदाबाद, गुजरात के एक कालेज का आईडी कार्ड भी मिला है, जिसमें उसके एमबीए विद्यार्थी होना लिखा था। मामला शुक्रवार देर रात का है।
वीआइपी लान्ज में ठहरने की बाद की
भोपाल रेल मंडल जनसंपर्क अधिकारी नवल अग्रवाल ने बताया कि व्यक्ति सीधे मुख्य टिकट निरीक्षण कार्यालय पहुंचा और दावा किया कि वह रेलवे बोर्ड का सतर्कता निरीक्षक है।
उसने कहा कि उसे ट्रेन 19484 बरौनी-अहमदाबाद एक्सप्रेस से अहमदाबाद में एक गुप्त अभियान के लिए जाना है। तब तक उसके लिए वीआईपी लान्ज खोला जाए। वीआइपी लान्ज में ठहरने के बाद, इस व्यक्ति ने सुविधाओं जैसे चाय, नाश्ता और भोजन की मांग की।
युवक के खिलाफ दर्ज किया मामला
मुख्य टिकट निरीक्षक अनिरुद्ध सोनी एवं टिकट निरीक्षक सूर्य प्रकाश शर्मा को उसकी गतिविधियों पर संदेह हुआ। उन्होंने उनसे मोबाइल नंबर मांगा तो युवक ने गोपनीय भ्रमण का हवाला देकर मोबाइल देने से मना किया। उसका नाम पूछा, चुपके से उसकी तस्वीर ली और रेलवे बोर्ड सतर्कता विभाग तथा रेलवे केंद्रीय टिकट निरीक्षण टीम से इस व्यक्ति की सत्यता की पुष्टि के लिए संपर्क किया।
दोनों जगह से पुष्टि हो गई कि यह व्यक्ति सतर्कता विभाग का हिस्सा नहीं है। तत्काल, मुख्य टिकट निरीक्षक अनिरुद्ध सोनी ने स्टेशन प्रबंधक, रेलवे सुरक्षा बल और वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले की सूचना दी। आरपीएफ सब इंस्पेक्टर योगेंत्र सिंह, सहायक उप निरीक्षक ब्रज मोहन तिवारी ने पूछताछ की। जहां युवक ने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
