वन्यजीवों, विशेषकर हाथियों के रेल पटरियों पर आने की घटनाओं ने रेल परिवहन व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया है। हाथियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी संभावित दुर्घटना को रोकने के लिए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि कुछ ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से चलाया जा रहा है। इस कारण बड़ी संख्या में यात्रियों की यात्रा योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
सूत्रों के अनुसार, हाथियों के झुंड अक्सर भोजन की तलाश में या अपने प्राकृतिक आवास से भटक जाने के कारण रेलवे लाइनों पर पहुंच जाते हैं। यह न केवल ट्रेनों के संचालन के लिए खतरा पैदा करता है, बल्कि इन हाथियों की सुरक्षा के लिए भी चिंता का विषय है। रेलवे अधिकारियों ने स्थिति का जायजा लेने के बाद यह निर्णय लिया है कि जब तक रेलवे ट्रैक सुरक्षित न हो जाए, तब तक ट्रेनों को रोक दिया जाए।
यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पहले नवीनतम जानकारी प्राप्त करें। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर और वेबसाइट के माध्यम से यात्रियों को सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। इस समस्या के दीर्घकालिक समाधान के लिए वन विभाग और रेलवे मंत्रालय के बीच समन्वय स्थापित किया जा रहा है, जिसमें हाथियों के लिए सुरक्षित गलियारे बनाना और उनके विचरण क्षेत्रों की निगरानी करना शामिल है।
