आतंकवाद से ग्रस्त क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने और स्थानीय नागरिकों का विश्वास जीतने के उद्देश्य से पुलिस ने एक अनूठी पहल शुरू की है। यह अभियान उन इलाकों पर केंद्रित है जहां उग्रवादी गतिविधियों का प्रभाव अधिक रहा है। इसका लक्ष्य सिर्फ बल प्रयोग करना नहीं, बल्कि सामुदायिक पुलिसिंग के माध्यम से लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाना है।
इस नई पहल में, पुलिसकर्मी सीधे तौर पर आम जनता के बीच जाकर उनकी चिंताओं को समझना शुरू करेंगे। सुरक्षा चौपालों का आयोजन, जन-संवाद कार्यक्रम और सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देना इस अभियान के अहम हिस्से होंगे। पुलिस का यह प्रयास है कि वह उग्रवाद की चुनौतियों का सामना करने के लिए स्थानीय लोगों को भागीदार बनाए।
युवाओं को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करने के लिए विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों और खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन भी इस पहल का हिस्सा होगा। इस तरह, पुलिस आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में एक सकारात्मक बदलाव लाने और उन्हें विकास की राह पर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह जन-केंद्रित दृष्टिकोण निश्चित रूप से इन इलाकों में सुरक्षा और सद्भाव को बढ़ावा देगा।
