जिला उपायुक्त समीरा एस ने लेस्लीगंज के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने छात्राओं की उपस्थिति, शिक्षकों की उपलब्धता, रसोईघर और छात्रावास की स्थिति का गहनता से अवलोकन किया। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर भी प्रश्न पूछे गए और पानी की टंकी से हो रहे लीकेज को तत्काल ठीक करने के निर्देश दिए। बच्चों के छात्रावास में मच्छरदानी लगाने की जरूरत पर भी जोर दिया गया।
उपायुक्त ने स्वयं कक्षा में बैठकर नौवीं और ग्यारहवीं की छात्राओं से उनकी पढ़ाई को लेकर सवाल-जवाब किए। प्रयोगशाला, कंप्यूटर लैब, रसोई और भंडार गृह का भी निरीक्षण किया गया। इस औचक निरीक्षण से पहले, उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया था।
शिक्षिकाओं के साथ हुई बैठक में, उपायुक्त ने पिछली अभिभावक-शिक्षक बैठकों के बारे में जानकारी ली और छात्राओं की कॉपियों के नियमित मूल्यांकन पर बल दिया। उन्होंने पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करने की महत्ता बताई। विभिन्न रजिस्टरों, जैसे एसएमसी रजिस्टर, उपस्थिति पंजी और स्टॉक रजिस्टर की जांच की गई। स्टॉक रजिस्टर में गड़बड़ी की आशंका होने पर, इसे आगे की जांच के लिए जब्त कर लिया गया है।
उपायुक्त ने कड़े शब्दों में कहा कि यह उनका दूसरा निरीक्षण है और अगली बार किसी भी प्रकार की खामी मिलने पर संबंधितों पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि छात्राओं की उपस्थिति 75% से अधिक बनी रहे। उप विकास आयुक्त ने विद्यालय के खर्चों से जुड़े बिलों का भी अवलोकन किया।
इसी क्रम में, विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा जिले के अन्य विद्यालयों का भी निरीक्षण किया गया। इन निरीक्षणों में नीलाम्बर-पीतांबरपुर प्रखंड के यूपीजी राज्यकृत विद्यालय बनुवा, राज्यकृत मध्य विद्यालय परशुरामखाप, राज्यकृत उच्चविद्यालय डबरा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय भलमंडा भील, हरिजन टोला, पीएम अपग्रेडेड +2 स्कूल धनगांव, यूपीजी पीएस टोला दारूडीह, यूपीजी मध्य विद्यालय लालीमाटी, राजहारा विद्यालय और राजहारा आदिवासी टोला विद्यालय शामिल थे। सभी निरीक्षणों के बाद, उपायुक्त की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
