मेदिनीनगर के निकट स्थित चैनपुर प्रखंड के पूर्वडीहा पंचायत क्षेत्र के किसानों पर नील गायों का कहर टूट पड़ा है। यहां नील गायों के झुंडों ने किसानों की 50 एकड़ से अधिक की कीमती फसलें तबाह कर दी हैं। ये जंगली जानवर हर दिन खेतों में घुसकर न केवल फसलों को चर जाते हैं, बल्कि उन्हें रौंदकर भी नुकसान पहुंचाते हैं। किसान अपनी मेहनत को बचाने के लिए रात-दिन खेतों की रखवाली कर रहे हैं, लेकिन नील गायों की बढ़ती संख्या और उनके आतंक के आगे उनकी सारी कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं।
किसानों ने अपनी व्यथा बताते हुए वन विभाग पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। कोल्हुआ, करमडीह, महुलिया, केकतुवा, परसिया जैसे गांवों के किसानों ने वन प्रमंडल पदाधिकारी से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने का आग्रह किया है। किसानों ने बताया कि सरसों, राई, चना और आलू की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। नील गायों के इस आतंक से हताश होकर कई किसानों ने तो खेती करना ही छोड़ दिया है, जिससे वे भारी आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अविलंब सरकारी हस्तक्षेप की मांग की गई है।
