हजारीबाग के रविन्द्र पथ स्थित संत कोलंबस मिशन हॉस्पिटल ने निशुल्क स्वास्थ्य मेले का सफलतापूर्वक आयोजन कर 1323 जरूरतमंदों को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं। दो दिनों तक चले इस स्वास्थ्य शिविर का बुधवार को समापन हुआ, जिसने समाज के वंचित वर्ग को राहत प्रदान की। मेले में पहले दिन 651 और दूसरे दिन 672 लोगों ने मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाया।
इस अनूठी पहल के तहत, विशेषज्ञ चिकित्सकों ने आम लोगों के लिए आवश्यक विभिन्न जांचें और परामर्श निशुल्क दिए। स्वास्थ्य सेवाओं की श्रृंखला में डॉक्टर परामर्श, ब्लड प्रेशर जांच, कैंसर की प्रारंभिक जांच, आवश्यक दवाएं, दांतों की जांच, आंखों का परीक्षण, शुगर और हीमोग्लोबिन के स्तर का मापन शामिल था। इसके अलावा, न्यूरोलॉजी संबंधी परामर्श, पोषण सहायता के तौर पर एक समय का भोजन और अल्ट्रासाउंड जैसी महंगी जांचों पर भी विशेष छूट की व्यवस्था की गई थी, जिससे कई परिवारों को आर्थिक बोझ से मुक्ति मिली।
स्वास्थ्य मेले में हर आयु वर्ग के लोगों, विशेषकर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का भरपूर उपयोग किया। संत कोलंबस मिशन हॉस्पिटल के निदेशक, डॉ. प्रवीण श्रीनिवास ने अपने संबोधन में कहा कि हमारा मिशन समाज के हर नागरिक को सुलभ और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं देना है। उन्होंने बताया कि आर्थिक अक्षमता कई लोगों के लिए समय पर चिकित्सा सहायता प्राप्त करने में एक बड़ी बाधा है। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए, मिशन हॉस्पिटल ऐसे शिविरों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
डॉ. श्रीनिवास ने स्वास्थ्य मेले के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं ज़रूरतमंदों तक पहुंचाना और उन्हें विभिन्न बीमारियों के लक्षणों व बचाव के बारे में शिक्षित करना इसका मुख्य लक्ष्य है। हॉस्पिटल की अनुभवी डॉक्टरों की टीम, जिसमें डॉ. जे.के. आर्य, डॉ. ए.एन. सिंह, डॉ. सचिन कुमार गुप्ता, डॉ. मिताली सोरेन, डॉ. पूजा बैरवा, डॉ. शिखा खंडेलवाल, डॉ. बीरेंद्र कुमार, डॉ. राहुल रंजन, डॉ. आदर्श खंडेलवाल, डॉ. रंजीत कुमार और डॉ. रिंकी यादव शामिल थे, के साथ-साथ समर्पित स्वास्थ्य कर्मियों ने इस निःशुल्क चिकित्सा शिविर को सफल बनाने में सराहनीय भूमिका निभाई।
