जमशेदपुर के परदेसी पाड़ा में स्थित टाटा लीज क्षेत्र की अतिक्रमित भूमि पर एक मस्जिद का निर्माण तेजी से चल रहा है, जिसने स्थानीय निवासियों के बीच गहरा रोष पैदा कर दिया है। इस चिंताजनक स्थिति के मद्देनजर मंगलवार को स्थानीय लोगों ने एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक में उपस्थित जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय के प्रतिनिधि मुकुल मिश्रा ने बताया कि चर्चा का मुख्य बिंदु परदेसी पाड़ा में हो रहे मस्जिद निर्माण का विरोध था, जिसका पहले भी कई बार विरोध हो चुका है और निर्माण रुकवाया गया था।
अब एक बार फिर इस निर्माण को पूरी गति से आगे बढ़ाया जा रहा है। मिश्रा ने स्पष्ट किया कि यह निर्माण टाटा के लीज एरिया की अतिक्रमित जमीन पर किया जा रहा है। स्थानीय निवासियों द्वारा इस अतिक्रमण और अवैध निर्माण की सूचना 28 नवंबर को ही पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त, एसडीओ, सोनारी थाना और टाटा लैंड डिपार्टमेंट को दी गई थी, लेकिन दुर्भाग्यवश, अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
आक्रोशित निवासियों का कहना है कि परदेसी पाड़ा मस्जिद में स्थानीय आबादी से कहीं अधिक संख्या में नमाजी आते हैं। प्रशासन से मांग की गई है कि इन बाहरी लोगों के स्रोत का पता लगाया जाए। यह बात प्रशासन के लिए भी हैरान करने वाली है कि कई बार रोके जाने के बावजूद निर्माण कार्य कैसे जारी है। टाटा लैंड डिपार्टमेंट के अधिकारियों की निष्क्रियता पर भी सवाल उठ रहे हैं।
यह भी अंदेशा जताया गया है कि सोनारी के निचले इलाकों में रहने वाले घुसपैठिए इस निर्माण में शामिल हो सकते हैं। प्रशासन से इस पहलू की भी जांच करने का आग्रह किया गया है। मुकुल मिश्रा ने सूचित किया कि स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि 10 दिसंबर तक प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता है, तो वे परदेसी पाड़ा स्थित वीर मंच अखाड़ा में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।
