रांची में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा आयोजित ‘संविधान बचाओ दिवस’ के अवसर पर नेताओं ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। पुराना विधानसभा स्थित सभागार में आयोजित एक गोष्ठी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की नींव संविधान है और इसे कमजोर करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर हुई, जिसके बाद सभी ने मिलकर संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया।
केशव महतो कमलेश ने कहा कि संविधान की मूल भावना प्रस्तावना में ही समाहित है और यह भारत को एक समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में परिभाषित करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं को खोखला कर रही है और देश के संघीय ढांचे को कमजोर करने की साजिश रच रही है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि संविधान के निर्माण में झारखंड के योगदान को भी भुलाया नहीं जा सकता।
वित्त मंत्री डॉ. राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि भाजपा सरकार गरीबों और वंचितों के अधिकारों पर कुठाराघात कर रही है। उन्होंने कहा कि ‘हिंदुत्व’ के नाम पर देश को बांटा जा रहा है और दलितों, आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों का हनन हो रहा है। उन्होंने चिंता जताई कि आरक्षण को समाप्त करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं, जिसका कांग्रेस कड़ा विरोध करेगी। उन्होंने केंद्र सरकार पर गैर-भाजपा शासित राज्यों के साथ सौतेला व्यवहार करने का भी आरोप लगाया।
पूर्व वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने लोकसभा चुनावों में ‘400 पार’ के नारे को संविधान बदलने के प्रयास के रूप में देखा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने केशवानंद भारती मामले के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि संविधान की मूल संरचना में बदलाव नहीं किया जा सकता, लेकिन केंद्र सरकार पूरे संविधान को ही बदलने की फिराक में है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार ने संविधान द्वारा स्थापित धर्मनिरपेक्षता के ताने-बाने को छिन्न-भिन्न कर दिया है। उन्होंने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। प्रोफेसर अमर चौधरी ने संविधान के सामाजिक न्याय के पहलू पर प्रकाश डाला और कहा कि आरक्षण व्यवस्था समाज के पिछड़े और वंचित तबकों के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में कई गणमान्य कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें से कुछ को सम्मानित भी किया गया।
