पश्चिमी सिंहभूम जिले में अवैध बालू खनन के खिलाफ आवाज उठाना अब मौत को दावत देना बन गया है। जैतगढ़ ओपी थाना क्षेत्र के मुंडाई गांव में, अवैध बालू ढुलाई का विरोध करने वाले युवक दीपक प्रधान को एक ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस भयावह घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है और लोगों में भारी आक्रोश है।
इस बर्बर हत्या के विरोध में, शुक्रवार को स्थानीय ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर अनिश्चितकालीन जाम लगा दिया। वे प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारे लगा रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस ने तुरंत हत्या में इस्तेमाल किए गए ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है। दीपक प्रधान के शव को पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा सदर अस्पताल भेज दिया गया है। फिलहाल, पुलिस इस गंभीर मामले में किसी भी संदिग्ध को पकड़ने में सफल नहीं हुई है। जगन्नाथपुर थाना प्रभारी अविनाश कुमार ने बताया कि जब्त ट्रैक्टर की जांच की जा रही है और पूरे प्रकरण की विस्तृत जाँच चल रही है।
अधिकारियों का कहना है कि दीपक प्रधान अक्सर अवैध खनन का विरोध करते थे और गाड़ी रोकने के दौरान दुर्भाग्यवश उनकी जान चली गई। लेकिन, स्थानीय लोग इस बात को मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि यह एक सुनियोजित हत्या है। ग्रामीण लंबे समय से क्षेत्र में हो रहे अवैध बालू खनन और तस्करी से परेशान हैं। उनका आरोप है कि पुलिस और खनन विभाग की निष्क्रियता के कारण बालू माफियाओं का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने और इलाके से अवैध खनन को जड़ से खत्म करने की मांग की है।
