झारखंडवासियों के लिए खुशखबरी है कि पश्चिमी विक्षोभ, जिसे स्थानीय भाषा में ‘मोंथा’ कहा जाता है, उसका असर अब लगभग खत्म हो गया है। लेकिन इस बदलाव का एक दूसरा पहलू भी है – अब राज्य में ठंड बढ़ेगी। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मोंथा के हटने से ठंडी हवाएं राज्य में प्रवेश कर रही हैं, जो तापमान को नीचे ले जाएंगी।
यह मौसमी बदलाव खासकर रात के तापमान में अधिक दिखाई देगा। न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण सुबह और शाम को कड़ाके की ठंड महसूस हो सकती है। रांची सहित कई जिलों में पारा लुढ़कने के आसार हैं। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बने रहने की उम्मीद है।
इस बदले हुए मौसम का असर जनजीवन पर भी पड़ने की संभावना है। लोगों को अपने दैनिक कार्यों में थोड़ी अधिक सावधानी बरतनी होगी। विशेष रूप से, स्वास्थ्य संबंधी एहतियात बरतना महत्वपूर्ण है। बच्चों और वृद्धजनों को ठंड से बचाने के लिए अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
किसानों के लिए भी यह मौसम परिवर्तन महत्वपूर्ण है। पाले की आशंका को देखते हुए फसलों की सुरक्षा के लिए त्वरित कदम उठाने की सलाह दी गई है। कुल मिलाकर, झारखंड में ठंड का मौसम अब अपना असर दिखाना शुरू कर देगा।
