राज्य सरकार ने मोनथा (ओलावृष्टि) से हुई भारी फसल बर्बादी को गंभीरता से लेते हुए सभी किसानों को राहत पैकेज देने का फैसला किया है। कृषि मंत्री ने इस संबंध में एक अहम बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हर किसान को उसके नुकसान के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा। यह सरकार की ओर से किसानों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मंत्री के अनुसार, सरकार ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों की समस्याओं को समझती है और इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़ी है। नुकसान का सही आकलन करने के लिए टीमें गठित की गई हैं और जल्द से जल्द मुआवज़े की राशि वितरण की जाएगी। इस वित्तीय सहायता से किसान अपनी आर्थिक तंगी को दूर कर सकेंगे और खेती के काम को फिर से शुरू कर पाएंगे।
इस पहल का उद्देश्य कृषि क्षेत्र को मजबूत करना और किसानों को ऐसी अप्रत्याशित आपदाओं का सामना करने में सक्षम बनाना है। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि इस बार किसी भी किसान के साथ भेदभाव न हो और सभी को समान रूप से लाभ मिले। यह घोषणा किसानों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाली है।
