रांची के संत जेवियर्स कॉलेज में हालिया छात्र विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर, कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को एक महत्वपूर्ण आश्वासन दिया है। प्रबंधन ने जोर देकर कहा है कि छात्रों का कल्याण सर्वोपरि है और उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। विशेष रूप से, जिन विद्यार्थियों को पदोन्नति (प्रोन्नति) में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, उन्हें नियमों के दायरे में रहते हुए एक अतिरिक्त मौका दिया जाएगा।
कॉलेज प्रबंधन ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा कॉलेज की छवि खराब करने के लिए सोची-समझी साजिश के तहत गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। इसमें पदोन्नति न पाने वाले छात्रों की संख्या को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना एक प्रमुख उदाहरण है।
प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया कि कॉलेज के प्राचार्य और उप-प्राचार्य एक पूर्व-नियोजित यात्रा पर राज्य से बाहर थे, और इस तथ्य को तोड़-मरोड़कर यह प्रचारित किया गया कि वे छात्रों से मिलना नहीं चाहते। संत जेवियर्स महाविद्यालय का इतिहास हमेशा छात्र-केंद्रित रहा है और आगे भी यह प्रतिबद्धता बनी रहेगी।
छात्रों से एक सीधा संवाद स्थापित करने का आग्रह करते हुए, प्रबंधन ने कहा कि वे किसी भी शैक्षणिक या प्रशासनिक समस्या के समाधान के लिए शिक्षकों से संपर्क कर सकते हैं। प्रबंधन ने विभिन्न संवाद चैनलों के माध्यम से छात्रों को अपनी बात रखने और समाधान पाने के कई अवसर प्रदान किए हैं, ताकि उनके हितों का ध्यान रखा जा सके और एक सकारात्मक शैक्षिक वातावरण बना रहे।