सिमडेगा जिले में सड़क सुरक्षा को लेकर आज उपायुक्त कंचन सिंह की अध्यक्षता में एक अहम बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और उनमें कमी लाना रहा। जनवरी से सितंबर 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, कुल 104 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 94 व्यक्तियों की दुखद मृत्यु हुई। विशेषकर, अगस्त और सितंबर में हादसों की संख्या बढ़ी है, जिस पर चिंता जताई गई।
बैठक में दुर्घटनाओं के मूल कारणों की पहचान कर उनके निवारण के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की गई। राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 23 पर स्थित पंडरीपानी और अरानी पुलिया के निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारंभ होगा। इसके अतिरिक्त, बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुए सड़क के किनारों (फ्लेंक) की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के उद्देश्य से, पथ निर्माण विभाग ने प्रमुख दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में स्पीड ब्रेकर (A-B-S) भी लगा दिए हैं।
विद्युत विभाग ने सड़क किनारे लगे 20 बिजली के खंभों को आगामी 15 दिनों के भीतर हटाने की प्रतिबद्धता जताई है, जो सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा में सहायक होगा। नगर परिषद द्वारा कैमरों के नियमित रखरखाव और उनकी कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के लिए कंट्रोल रूम के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। ‘हिट एंड रन’ की घटनाओं के संबंध में, अगस्त में कुछ मामले लंबित थे, जबकि सितंबर में ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई। दो लंबित मामलों की जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।
परिवहन विभाग ने यातायात नियमों के उल्लंघन के खिलाफ की गई कार्रवाई का विवरण प्रस्तुत किया। अगस्त और सितंबर 2025 के दौरान, 1146 वाहनों की जांच की गई। इनमें हेलमेट न पहनने वाले 531, बिना ड्राइविंग लाइसेंस के 183, 223 टेम्पो और 209 अन्य व्यावसायिक वाहन शामिल थे। इस प्रवर्तन कार्रवाई के परिणामस्वरूप कुल 22,76,532 रुपये का जुर्माना एकत्र किया गया। बैठक में पुलिस अधीक्षक एम. अर्शी, वन प्रमंडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी सहित विभिन्न प्रशासनिक और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।