जमशेदपुर: जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने झारखंड के मुख्यमंत्री से दुबई में छिपे गैंगस्टर मोहम्मद हैदर अली उर्फ प्रिंस खान के भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का आग्रह किया है। विधायक ने मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजकर इस गंभीर मामले पर तत्काल ध्यान देने की अपील की है।
राय ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि झारखंड सरकार के गृह विभाग ने 9 अक्टूबर 2023 को भारत सरकार से प्रिंस खान को संयुक्त अरब अमीरात से वापस लाने का अनुरोध किया था। इस संबंध में भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने भी प्रत्यर्पण संबंधी कार्रवाई के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए थे। हालांकि, दो साल बीत जाने के बावजूद, इस दिशा में अपेक्षित कार्रवाई लंबित है, जिससे अपराधी खुलेआम घूम रहा है।
विधायक ने चिंता जताई कि प्रिंस खान का आपराधिक जाल अब सिर्फ धनबाद तक सीमित नहीं है। उसके आतंक का दायरा जमशेदपुर, रांची और बोकारो तक फैल चुका है। उनके विधानसभा क्षेत्र के कई व्यापारी और रांची के चिकित्सकों ने उन्हें सूचित किया है कि उन्हें अज्ञात फोन कॉल्स के जरिए करोड़ों रुपये की रंगदारी के लिए धमकाया जा रहा है। रंगदारी न मिलने पर उसके गुर्गे उनके व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के सामने फायरिंग कर माहौल बिगाड़ रहे हैं। राज्य के प्रमुख अखबारों में भी प्रिंस खान के बढ़ते खौफ की खबरें सुर्खियां बटोर रही हैं।
सरयू राय ने याद दिलाया कि पंचम झारखंड विधानसभा के 2023 के शीतकालीन सत्र के दौरान, उन्होंने इस मुद्दे को सदन में उठाया था। सरकार ने उस समय उन्हें आश्वस्त किया था कि भारत सरकार के माध्यम से प्रिंस खान को वापस लाया जाएगा और उसके गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, अब तक न तो प्रत्यर्पण की फाइल आगे बढ़ी है और न ही उसके गुर्गों पर अंकुश लगा है। इसके परिणामस्वरूप, प्रिंस खान का डर जमशेदपुर और रांची जैसे शहरों तक फैल गया है।
अंत में, विधायक सरयू राय ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वे ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर सरकार के जवाब और राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, प्रिंस खान के प्रत्यर्पण को सुनिश्चित करने और उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई के लिए भारत सरकार पर सक्रिय रूप से दबाव डालें। यह कदम राज्य के नागरिकों, विशेषकर व्यापारियों और चिकित्सकों में सुरक्षा की भावना बहाल करने के लिए महत्वपूर्ण है।