सैनिक स्कूल तिलैया में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ राष्ट्रीय एनसीसी शिविर का आयोजन भारतीय सेना के शौर्य और युवा शक्ति का संगम बन गया है। 601 कैडेट्स, जो आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड जैसे विभिन्न राज्यों से आए हैं, राष्ट्रीय एकता, अनुशासन और नेतृत्व के गुर सीख रहे हैं। इस प्रतिष्ठित शिविर का संचालन ग्रुप हेडक्वार्टर हजारीबाग के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर एस. गोपीकृष्णन (सेना मेडल) के कुशल निर्देशन और 45 झारखंड बटालियन एनसीसी, कोडरमा के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विजय कुमार (सेना मेडल) के नेतृत्व में हो रहा है।
शिविर के पाँचवें दिन का शुभारंभ प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ब्रह्माकुमारी जूली बहन और गायत्री बहन द्वारा आयोजित ध्यान सत्र से हुआ। कैडेट्स को आंतरिक शांति, सकारात्मक दृष्टिकोण और आत्म-नियंत्रण के महत्व से अवगत कराया गया, जो उन्हें जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करेगा।
शिविर का एक मुख्य आकर्षण उज्जवल आनंद, पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल, रेलवे के सीनियर डिवीजन पर्सनल अधिकारी का प्रेरणादायक संबोधन रहा। आनंद ने कैडेट्स को सफलता के तीन स्तंभों – उद्देश्य, जिम्मेदारी और मेहनत – के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी बड़ी उपलब्धि बिना पसीने, त्याग और समर्पण के संभव नहीं है। उनके ओजस्वी भाषण ने कैडेट्स में नई ऊर्जा का संचार किया और उन्हें सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विजय कुमार ने उज्जवल आनंद का आभार व्यक्त किया और उन्हें स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इसी कड़ी में, गर्ल्स कैडेट्स ने केटीपीएस शैक्षणिक भ्रमण का आनंद लिया। थर्ड ऑफिसर नवीन चौधरी ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि नोडल ऑफिसर लेफ्टिनेंट संतोष कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने इस शिविर को सिर्फ प्रशिक्षण न मानकर, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को मजबूत करने वाला एक प्रयास बताया। देशभर से आए एनसीसी अधिकारियों और प्रशिक्षकों की देखरेख में, कैडेट्स सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी तैयारी कर रहे हैं, जो देश की विविधता में एकता का सुंदर दृश्य प्रस्तुत करेंगे।