झारखंड की राजधानी रांची क्षत्रिय गौरव एकता के एक बड़े आयोजन की गवाह बनने जा रही है। आगामी फरवरी माह में यहां प्रदेश स्तरीय एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें समाज के लाखों लोग शिरकत करेंगे। यह निर्णय शनिवार को रांची जिला की क्षत्रिय गौरव एकता की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता अमरेंद्र सिंह ने की। बैठक में संगठन को मजबूत करने और उसके दायरे को बढ़ाने पर गहन मंथन हुआ।
रांची महानगर के विभिन्न वार्डों और आसपास के क्षेत्रों से आए समाज के सदस्यों ने फरवरी में होने वाले इस भव्य आयोजन की सफलता के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। सभी ने इस कार्यक्रम को समाज के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताया और इसे सफल बनाने के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया। संगठन की मजबूती के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला यह भी हुआ कि रांची महानगर के सभी वार्डों में वार्ड और मंडल स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाएगा। ये कमेटियां जमीनी स्तर पर काम करते हुए समाज के अधिक से अधिक लोगों को संगठन से जोड़ेंगी और उन्हें फरवरी के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में भी लागू की जाएगी।
पूर्व एमएलसी प्रवीण सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि क्षत्रिय गौरव एकता का मूल उद्देश्य समाज को एक सूत्र में पिरोकर उसके सामाजिक और राजनीतिक उत्थान को सुनिश्चित करना है। रांची में होने वाले इस वृहद आयोजन की तैयारियों को लेकर वे स्वयं राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं ताकि व्यापक जनसमर्थन जुटाया जा सके। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि एकजुटता ही समाज की असली ताकत है और इसी से उनकी आवाज प्रभावशाली बनेगी। उन्होंने बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी स्वर्ण आयोग के गठन की मांग को दोहराया।
पूर्व सांसद सुनील सिंह ने संगठन के विस्तार की योजनाओं और उसके उद्देश्यों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने संथाल परगना क्षेत्र में भी क्षत्रिय समाज के लोगों को संगठित करने की बात कही और विश्वास जताया कि वहां से बड़ी संख्या में लोग रांची में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। उन्होंने महिलाओं को संगठन से जोड़ने और उन्हें सक्रिय भूमिका सौंपने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनके अनुसार, महिला शक्ति का योगदान संगठन को नई दिशा देगा और कार्यक्रम में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए विशेष महिला मंडली कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। बैठक में सत्यनारायण सिंह, सुरेंद्र सिंह, प्रेम प्रकाशनाथ शाहदेव, अजयनाथ शाहदेव, रमेश सिंह, अभिषेक सिंह, सुनील सिंह, नीतू सिंह, भूपेंद्र सिंह, कुंदन सिंह, रवि सिंह, मनीष सिंह समेत कई प्रमुख समाजजन मौजूद थे।