चतरा और हजारीबाग पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में कुख्यात अपराधी उत्तम यादव को मार गिराया। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, यह मुठभेड़ सिमरिया थाना क्षेत्र के बगरा-जबरा रोड पर हुई। उत्तम यादव पर कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें हत्या, लूट और रंगदारी के आरोप शामिल थे।
उत्तम यादव ने जून महीने में एके-47 के साथ एक वीडियो जारी कर हजारीबाग और चतरा के व्यापारियों और ठेकेदारों से रंगदारी मांगी थी। उसने 22 जून को हजारीबाग के एक ज्वेलरी शॉप में हुई गोलीबारी की घटना की भी जिम्मेदारी ली थी। उसकी वीडियो वायरल होने के बाद, वह पुलिस और आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया था।
पुलिस ने बताया कि उत्तम यादव, टाइगर ग्रुप नामक एक आपराधिक गिरोह का संचालन करता था। मुठभेड़ के दौरान, उत्तम यादव को छाती, पेट और जांघ में गोलियां लगीं, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए चतरा सदर अस्पताल ले जाया गया।
इससे पहले, मार्च 2025 में पलामू जिले में गैंगस्टर अमन साहू का एनकाउंटर हुआ था, जब उसे रायपुर जेल से रांची लाया जा रहा था। अमन साहू ने पुलिस से हथियार छीनने की कोशिश की, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।