पलामू, झारखंड से एक हथिनी के चोरी होने की खबर है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग एक करोड़ रुपये है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और वन विभाग की टीम के साथ मिलकर हथिनी की तलाश कर रही है। हथिनी में एक ट्रैकिंग चिप लगाई गई है, जिसके माध्यम से उसकी स्थिति का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। हथिनी की देखभाल का जिम्मा उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के दो महावतों को दिया गया था, जो अब लापता हैं।
नरेंद्र कुमार शुक्ला, जो उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के रहने वाले हैं, ने पलामू पुलिस में हथिनी चोरी की शिकायत दर्ज कराई है। नरेंद्र के अनुसार, उन्हें जयमति नाम की हथिनी एक जिम्मेनामा पर मिली थी। उनके गांव में हथिनी के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं थीं, इसलिए वे हथिनी को लेकर झारखंड के पलामू के जोरकट गए, जहां उन्होंने मिर्जापुर के महावत मुन्ना पाठक और मुन्ना पांडे को हथिनी सौंपी और वापस चले गए।
यहां दोनों महावतों की दोस्ती एक अन्य हाथी मालिक से हो गई। नरेंद्र ने बताया कि 11 अगस्त को पलामू पहुंचने पर उन्होंने हथिनी और दोनों महावतों को आखिरी बार देखा था। 13 अगस्त को वापस आने पर हथिनी और दोनों महावत गायब थे। नरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उन्होंने झारखंड के कई इलाकों में हथिनी की तलाश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली, और न ही महावतों का कोई पता चल सका।
12 सितंबर को, नरेंद्र ने पलामू जिले के सदर थाने में हथिनी चोरी की शिकायत दर्ज कराई। सदर थाना प्रभारी लालजी ने बताया कि उन्हें एक करोड़ रुपये की हथिनी चोरी की शिकायत मिली है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर हथिनी की तलाश शुरू कर दी है। वन विभाग को हथिनी में लगे चिप के बारे में जानकारी दे दी गई है, जिसके आधार पर उसकी तलाश जारी है।